निम्न स्तर पर गिरे मोदी, फैला रहें हैं झूठ : कांग्रेस
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीख के करीब आने के साथ ही सियासी छींटाकशी की रिवायत ने भी रफ्तार पकड़ ली है। प्रधानमंत्री ने राजकोट में प्रचार के दौरान राहुल गांधी को निशाने पर लिया और भावुकता का तड़का लगाते हुए कहा कि राहुल उनकी गरीबी का मजाक ना उड़ाएं। अब पीएम के इस बयान का जवाब कांग्रेस की ओर से आया है। वरिष्ठ कांग्रेसी और पूर्व केन्द्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री को झूठा करार दिया है।
शर्मा ने झूठ फैलाने और असत्य बोलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निंदा की और कहा कि प्रधानमंत्री निम्न स्तर पर गिर गए हैं। शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री गुजरात दौरे के दौरान राज्य की वास्तविक समस्या से दूर भागने के लिए लोगों के सामने भावुक हो गए। प्रधानमंत्री हमेशा पिछड़ी जाति में जन्म लेने का जातीय कार्ड खेल रहे हैं। पूर्व मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, जब वह यह कह रहे हैं कि हाफिज की रिहाई पर कांग्रेस ताली बजा रही थी तो वह झूठ बोल रहे हैं।
क्या प्रधानमंत्री इतना नीचे गिर सकते हैं, यह देश के लिए शर्मनाक है। प्रधानमंत्री को झूठ नहीं बोलना चाहिए। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के पास लोगों को उदाहरण देने के लिए अपना कोई नेता नहीं है, इसलिए वे कभी सुभाष चंद्र बोस और कभी सरदार बल्लभभाई पटेल को अपना नेता बताने और अपनाने की कोशिश करते हैं। सरदार पटेल एक कांग्रेसी थे और महात्मा गांधी ने उन्हें सरदार नाम दिया था। कांग्रेस द्वारा जाति की राजनीति करने के संबंध में नरेंद्र मोदी के आरोप पर उन्होंने कहा, यह प्रधानमंत्री हैं, जो ऐसा करते हैं। भारत में ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं हुआ, जो यह कहता हो कि वह पिछड़ी जाति में जन्मा है। देश के इतिहास में, कोई भी प्रधानमंत्री इतना नीचे नहीं गिरा है। शर्मा ने कहा, वह हमेशा झूठ बोलते हैं और इतिहास के साथ छेड़छाड़ करते हैं। मोदी सच्चाई से नफरत करते हैं।
आवाज ऊंची कर और झूठ बोलकर, वह साहस का प्रदर्शन करते हैं। अगर वह इतने साहसी हैं, तो फिर संसद से क्यों भाग रहे हैं? मोदी ने देश की छवि खराब की है। जब भी वह बाहर जाते हैं, वह भारत के बारे में खराब बोलते हैं। कोई भी प्रधानमंत्री इतना नीचे नहीं गिरा। शर्मा ने गुजरात में प्रधानमंत्री के भाषण पर कहा, वास्तिवक मुद्दे से भागने के लिए वह भावुक हो जाते हैं। वह बेटे और इस तरह की बातों के अलावा वास्तविक मुद्दों पर बात क्यों नहीं करते हैं। सभी जानते हैं कि वह गुजराती हैं। कोई भी इससे इंकार नहीं कर रहा है। लेकिन वह विकास की बात छोड़ कर बार-बार इसे क्यों कह रहे हैं, अगर सच में राज्य में विकास हुआ है तो।