एसबीआई और पीएनबी समेत चार बैंकों ने होली के रंग में डाला भंग, सभी तरह के कर्ज हुए महंगे
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : देश के दो बड़े बैंकों ने होली के रंग में भंग डाल दिया है। भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक ने कर्ज पर ब्याज दर को तुरंत प्रभाव से क्रमश: 0.20 प्रतिशत और 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 8.15 प्रतिशत और 8.30 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक ने भी 0.10% की बढ़ोतरी की। बैंकों के इस कदम से होम लोन महंगा, कार लोन महंगा हो जाएगा और आपकी ईएमआई बढ़ जाएगी।
एसबीआई ने कर्ज पर ब्याज दर अप्रैल 2016 के बाद पहली बार बढ़ाई है। बैंक की एक साल के कर्ज पर मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) 7.95 प्रतिशत थी। इसमें 0.20 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। इसके साथ ही छह महीने के कर्ज पर एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत बढ़ाकर 8 प्रतिशत रखी गई है। 3 साल की अवधि के कर्ज पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत बढ़ाकर 8.35 प्रतिशत किया गया है।
हालांकि, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने एक दिन पहले ही अपनी खुदरा और थोक जमा दरों को 0.75 प्रतिशत तक बढ़ाया है। एक करोड़ रुपये तक की खुदरा जमा दर में 0.50 प्रतिशत तक वृद्धि की गई है। एसबीआई की तरह आईसीआईसीआई और पीएनबी ने भी एमसीएलआर में 15 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। एचडीएफसी और कुछ अन्य बैंक अगले सप्ताह इस पर फैसला ले सकते हैं।
घोटाले से जूझ रहे पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने भी कर्ज पर ब्याज दर को 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 8.30 प्रतिशत कर दिया है। यह वृद्धि तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी है। नी दिल्ली मुख्यालय वाले इस बैंक ने विभिन्न अवधि की खुदरा और थोक जमाओं पर भी ब्याज दर में 0.45 प्रतिशत तक वृद्धि की है। बैंक की विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गयी है। पीएनबी ने उसी दिन यह कदम उठाया है जब सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने भी कर्ज पर ब्याज दर में 0.20 प्रतिशत वृद्धि कर उसे 8.15 प्रतिशत कर दिया। पीएनबी की इससे पहले एक साल की अवधि के लिए कोष की सीमांत लागत आधारित (एमसीएलआर) ब्याज दर 8.15 प्रतिशत थी।
पीएनबी की एक दिन, एक माह, तीन माह और छह माह की अवधि के लिए ब्याज दर को भी 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर क्रमश: 7.80 प्रतिशत, 7.95 प्रतिशत, 8.10 प्रतिशत और 8.25 प्रतिशत कर दिया गया। बैंक ने अपनी खुदरा और थोक जमा की दर में भी 0.45 प्रतिशत तक वृद्धि की है। बैंक ने एक से तीन साल की अवधि की खुदरा जमा पर ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत वृद्धि कर उसे 6.50 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.75 प्रतिशत कर दिया।