आरबीआई ने प्रमुख ब्याज दर को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने लगातार दूसरी मौद्रिक नीति समीक्षा में वाणिज्यिक बैंकों के लिए प्रमुख ब्याज दर को 6.5 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है। इसी प्रकार केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को भी 6.25 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर (एमएसएफ) और बैंक दर को 6.75 फीसदी पर बरकरार रखा है।
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने भी पिछली बैठक (अक्टूबर में) में तय किए गए अपने रुख को इस बैठक में भी बरकार रखा है। आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली एमपीसी के छह सदस्यों ने एकमत से नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया। हालांकि एक सदस्य रविंद्र एच. ढोलकिया ने आरबीआई का रुख 'निरपेक्ष' करने के लिए वोट डाला।
आरबीआई के मुताबिक, मुद्रास्फीति अनुमान को उल्लेखनीय रूप से संशोधित किया गया है और पिछले प्रस्ताव में बताए गए जोखिमों को कम किया गया है। खासकर कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के कारण महंगाई के जोखिम को कम किया गया है। हालांकि मुद्रास्फीति के मोर्चे पर अभी भी कुछ अनिश्चिताएं बरकरार हैं।
पटेल ने बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, एमपीसी ने गौर किया है कि व्यापार तनाव बढ़ने, वैश्विक वित्तीय स्थिति दवाब में होने और वैश्विक मांग में कमी से घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम है, लेकिन हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट अगर आगे भी बरकरार रहती है तो घरेलू अर्थव्यवस्था को फायदा होगा।