दिवालिया हुई भूषण स्टील का टाटा ने किया अधिग्रहण
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : टाटा स्टील की सहायक कंपनी बामनीपाल स्टील लिमिटेड (बीएनपीएल) ने भूषण स्टील लिमिटेड (बीएसएल) में 72.65 फीसदी नियंत्रक हिस्सेदारी की अधिग्रहण प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी कर ली है। एक बयान में टाटा स्टील ने कहा कि इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड 2016 (आइबीसी) की अनुमोदित समाधान योजना के तहत कंपनी की अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई है। प्रक्रिया का प्रबंधन समाधान पेशेवर की भूमिका में डिलॉय टचे तोमात्सु इंडिया एलएलपी के पार्टनर विजयकुमार वी. अय्यर ने किया।
अधिग्रहण से वित्त मंत्रालय खुश
भूषण स्टील के अधिग्रहण से वित्त मंत्रालय काफी उत्साहित है। मंत्रालय को उम्मीद है कि आरबीआई द्वारा सभी 12 एनपीए की दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश के बाद बैंकों को एक लाख करोड़ रुपया वापस मिल सकता है। मालूम हो कि पिछले सप्ताह टाटा ग्रुप ने कर्ज में डूबी भूषण स्टील लिमिटेड कंपनी के 72 फीसदी हिस्से का अधिग्रहण कर लिया। 3600 करोड़ का यह सेटलमेंट बैंकिंग सिस्टम को दुरुस्त करने में मदद करेगा और कर्जदाताओं को भी इससे लाभ मिलेगा। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बचे हुए 11 एनपीए के मामले भी कतार में हैं। दिवालिया प्रस्ताव के बाद मिलने वाला धन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर बोझ कम करने का काम करेगा। आरबीआई के निर्देशों के बाद बैंकों ने उन 12 खातों की जानकारी दी है जिनका बकाया कर्ज 1.75 लाख करोड़ है। इनमें भूषण स्टील लिमिटेड, भूषण पावर ऐंड स्टील लिमिटेड, जेपी इन्फ्राटेक लिमिटेड, लैंको इन्फ्राटेक, मोनेट इस्पात ऐंड इनर्जी लिमिटेड, ज्योति स्ट्रक्चर्स लिमिटेड, इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स लिमिटेड, ऐमटेक ऑटो लिमिटेड, एरा इन्फ्रा इंजिनियरिंग लिमिटेड, आलोक इंडस्ट्रीज लिमिटेड और एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड शामिल हैं।
टाटा स्टील ने कहा कि वादे के मुताबिक भूषण स्टील के कर्मचारियों का बकाया भुगतान भी कर दिया गया है। इसके अलावा कंपनी के कर्जदाताओं को कुल 35,200 करोड़ रुपये का भुगतान दोनों कंपनियों द्वारा समाधान के तहत सहमति दस्तावेज के नियमों के हिसाब से किया जाएगा। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने टाटा स्टील द्वारा भूषण स्टील के अधिग्रहण पर प्रसन्नता जाहिर की है और कहा है कि आइबीसी के बाद बैंकों के फंसे कर्ज की स्थिति काफी हद तक सुधर जाएगी।