संसदीय इतिहास का काला दिन!
सत्ता विमर्श टीम
15 वीं लोकसभा ने किस अंदाज और सुरूर में काम किया वो सबके सामने है। खासकर अंतिम सत्र और इस सत्र का एक दिन तो देश जब भी याद करेगा उसे अफसोस होगा। और वो दिन 13 फरवरी 2014 का है। इस दिन एक सांसद को तो पेपर स्प्रे मंत्री तक की उपाधि मिल गई। तेलंगाना विधेयक के मुद्दे पर संसद में हुये इस शर्मनाक वाकये से लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भी सन्न रह गईं और उन्होंने आंध्रप्रदेश के 17 सांसदों को निलंबित कर दिया। इस घटनाक्रम पर सबकी अपनी सोच है। कोई इसे विपक्ष की कारस्तानी मान रहा है तो कोई मुद्दे को ठीक से न सुलझा पाने का फल। लेकिन सब एक सुर में इस अफसोसजनक घटना की निंदा कर रहें हैं।
लोकतंत्र पर धब्बा: मीरा कुमार
लोक सभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा इस घटना ने दुनिया की नज़र में भारतीय लोकतंत्र को शर्मसार किया है। हमारे लोकतंत्र की पूरी दुनिया में तारीफ़ होती है। यह घटना हमारे लोकतंत्र पर एक धब्बा है।
रिकॉर्ड समय हुआ बर्बाद: दिग्विजय सिंह
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा इस घटना को शर्मनाक बताया और कहा 15वीं लोकसभा में रिकॉर्ड समय बर्बाद किया गया है।जनता अपने प्रतिनिधियों को संसद में भेजती है कि वो चर्चा में भाग ले सकें लेकिन ज़्यादातर समय इस बात में ख़र्च होता है कि अगर आप हमारी बात नहीं सुनते हैं तो हम संसद नहीं चलने देंगे।
कांग्रेस है जिम्मेदार: सुषमा स्वराज
लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि संसद में जो हुआ उसके लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार है। सुषमा स्वराज ने कहा, मुझे लगता है कि यह हंगामा कांग्रेस की डिज़ाइन का हिस्सा है।
सत्ताधारी पार्टी में अनुशासन का अभाव: रविशंकर प्रसाद
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सत्ताधारी पार्टी में अनुशासन के अभाव के कारण ही सदन की कार्यवाही बाधित हुई है।
सांसदों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई: चंद्रशेखर राव, टीआरएस प्रमुख
लोकसभा में हुए हंगामे की आलोचना करते हुए तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने कहा कि हंगामे में शामिल सांसदों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा, पूरे देश को पता चल गया कि तेलंगाना के लोग क्यों आंध्रप्रदेश से अलग होना चाहते हैं। उनके सांसदों का बर्ताव पूरे देश को देखना चाहिए। आप सोच सकते हैं कि इन लोगों का ऐसा व्यवहार है तो हमें क्या सहना पड़ता है।
संसदीय इतिहास का शर्मनाक दिन: कमलनाथ, संसदीय कार्य मंत्री
संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने पूरी घटना को संसदीय लोकतंत्र पर बड़ा 'धब्बा' बताते हुए दोषी सांसदों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, यह दिन हमारे संसदीय इतिहास का सबसे शर्मनाक दिन है।
बिल का तरीका असंवैधानिक: किरण कुमार रेड्डी
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने कहा कि बिल को प्रस्तुत करने का यह तरीक़ा बेहद असंवैधानिक था। उनका कहना था, कैबिनेट मंत्री पहले कभी वेल तक नहीं आए थे, मगर वो सीमा भी टूट गई।