नरेंद्र मोदी का पीएम बनना देश के लिए घातक है?
सत्ता विमर्श टीम
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शुक्रवार को अपने 10 साल के कार्यकाल का लेखाजोखा देश के सामने रखने के लिए देश की मीडिया से रू-ब-रू हुए। इस प्रेस कांफ्रेंस में पीएम ने बड़े ही सख्त लहजे में कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को देश पर शासन करने का मौका मिलता है तो यह देश के लिए घातक होगा। आम तौर पर मृदुभाषी मनमोहन सिंह की यह मोदी के खिलाफ अब तक की सबसे तीखी टिप्पणी थी जिसमें उन्होंने देश के शीर्ष पद के लिए नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा किया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यदि मजबूत प्रधानमंत्री होने से आपकी मुराद अहमदाबाद की सड़कों पर निर्दोष लोगों का खून बहाने से है तो मुझ में इस प्रकार की ताकत नहीं है। मोदी पर पीएम की इस टिप्पणी के बाद पूरे देश की सियासत दो खेमों में बंटती दिखी और कांग्रेस नेता जहां अपने पीएम मनमोहन का बचाव करते दिखे, वहीं भाजपा, शिवसेना ने मनमोहन पर तीखे हमले किए। आइए जानते हैं इस मुद्दे पर किसकी क्या राय है--
पीएम की मोदी पर टिप्पणी हास्यास्पद : राजनाथ
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा की गई टिप्पणी हास्यास्पद है। राजनाथ ने कहा, 'मैं कहना चाहता हूं कि मोदी के कार्यकाल में गुजरात एक मॉडल राज्य बना है। उनका मोदी पर ऐसा बयान हास्यास्पद है। साल 2002 में जो कुछ भी हुआ, वह निश्चित रूप से दुखद था, लेकिन जब विशेष जांच दल (एसआईटी) और न्यायालय ने उन्हें क्लीन चिट दे दी है, तो इस तरह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है।'
बयान पीएम पद की गरिमा के खिलाफ : जेटली
वरिष्ठ भाजपा नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए मनमोहन सिंह की टिप्पणी पीएम पद की गरिमा के खिलाफ है। जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का तर्क है कि भ्रष्टाचार के आरोप उनके पहली टर्म के सरकार के दौरान के हैं और उसके बाद वे 2009 का चुनाव जीत चुके हैं। जेटली ने पीएम से पूछा कि ऐसा किस कानून में लिखा है कि चुनाव जीतने से आरोप रद्द हो जाते हैं। यदि ऐसा होता तो अपराधिक मामलों के अभियुक्तों के चुनाव जीतने पर जनता में नाराजगी नहीं होती। जेटली ने कहा कि यदि पीएम का यह तर्क अपने लिए है तो फिर नरेन्द्र मोदी पर जो आरोप लगे थे, उसके बाद तो वह एक नहीं बल्कि तीन बार चुनाव जीतकर सरकार बना चुके हैं। वैसे भी यदि 2009 के चुनाव में जीत से पीएम को लगता है कि तब के चुनावी नतीजों से वह भ्रष्टाचार के आरोपों से दोषमुक्त हो चुके हैं तो फिर क्या 2013 के नतीजे उनकी विफलता पर मुहर नहीं लगाते? साफ है कि पीएम अलग-अलग पैमाने अपना रहे हैं। मोदी एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्हें एक साथ कई लेवल पर न्यायिक, पुलिस और अन्य जांचों से गुजरना पड़ा है।
मोदी देश नहीं कांग्रेस के लिए घातक : रमन
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नरेन्द्र मोदी पर टिप्पणी करने के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मनमोहन और कांग्रेस पार्टी पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेद्र मोदी देश के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस के लिए घातक हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी मोदी के समर्थन में प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। चौहान ने ट्विटर पर कहा कि प्रधानमंत्री ऐसे बयानों से बस अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूपीए राज में देश कौन सा आबाद हुआ : शिवसेना
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को देश के लिए घातक कहने को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत ने भी पीएम के बयान की कड़ी निंदा की और कहा कि यूपीए के कार्यकाल में देश कौन सा आबाद हुआ है। कत्ल की बात करें तो आपके ही कार्यकाल में अभी हाल में मुजफ्फरनगर में क्या हुआ, सबने देखा। राउत ने कहा, प्रधानमंत्री जी! इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली की सड़कों पर जिस तरह से सिखों का कत्लेआम हुआ वह क्यों भूल जाते हैं।