नीच बयान पर प्रियंका के खिलाफ दर्ज हुए 2 केस
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अमेठी/पटना/दरभंगा: मोदी की राजनीति को नीच बताकर प्रियंका गांधी वाड्रा कानूनी जाल में फंस गई हैं। उनके खिलाफ बिहार भाजपा के दो नेताओं ने बुधवार को इस बयान पर दो अलग अलग केस दर्ज कराए हैं। वहीं, प्रियंका के भाई और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका का बचाव करते हुए इसे नीच कर्म से जोड़ा है। गौरतलब है कि कांग्रेस की स्टार प्रचारक ने एक चुनावी सभा में ये विवादास्पद टिप्पणी की थी।
प्रदेश भाजपा महासचिव सूरजनंदन मेहता ने पटना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रमाकांत यादव की अदालत में मामला दायर किया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रियंका की टिप्पणी समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देगी और इससे शांति भंग होगी। अदालत के सूत्रों ने बताया कि मामले पर गुरुवार को सुनवाई हो सकती है।
मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 153 (ए), 153 (बी), 171 (जी), 500 और 504 के तहत दायर किया गया है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि प्रियंका ने मोदी का अपमान किया है क्योंकि वह पिछड़ी जाति से आते हैं। कांग्रेस ने इस आरोप से इनकार किया और कहा है कि वह केवल उनके निचले स्तर की राजनीति का उल्लेख कर रही थीं।
वहीं बुधवार को ही दरभंगा के न्यू गंगासागर निवासी व भाजपा नेता सह राज्य अति पिछड़ा आयोग के पूर्व सदस्य अर्जुन सहनी ने कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा के विरुद्ध सीजेएम कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया है।
सहनी ने कहा कि श्रीमती वाड्रा के बयान से आहत होकर उन्होंने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शैलेन्द्र कुमार पांडेय की कोर्ट में परिवाद पत्र दायर किया है। परिवाद पत्र में लगाए गए आरोपों की गंभीरता को देखते हुए सीजेएम ने परिवाद पत्र पर सुनवाई के लिए 8 मई की तिथि निर्धारित की है।
दूसरी तरफ यूपी में अपने लोकसभा क्षेत्र अमेठी में मतदान के दिन दौरा कर रहे राहुल ने अपनी बहन के बचाव में कहा, ‘जाति नहीं, कर्म नीच होते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘नीच सोच होती है, गुस्से की सोच होती है, क्रोध की सोच होती है।’ इसी बीच कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने राहुल से पूछा ‘क्या गुजरात की प्रगति और विकास का मॉडल नीची सोच वाला है।’