सोनिया को फिर से कांग्रेस की कमान, CWC की बैठक में लिया गया अंतरिम अध्यक्ष बनाने फैसला
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : कांग्रेस मुख्यालय में करीब 11 घंटे तक चली कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सोनिया गांधी को कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बनाने का फैसला लिया गया। इसी साल 25 मई को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी द्वारा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शनिवार को नए अध्यक्ष को चुनने के लिए सीडब्ल्यूसी की महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। सीडब्ल्यू की बैठक को पांच समूहों में क्षेत्रवार बांटा गया था। इससे पहले शुक्रवार को सोनिया गांधी के घर पर भी एक बैठक हुई थी, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के अलावा राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता भी मौजूद थे।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष पद को लेकर व्यापक चर्चा हुई। सर्वसम्मति से तीन प्रस्ताव पारित किये गए। पहला, कांग्रेस कार्यसमिति ने राहुल गांधी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उनका धन्यवाद दिया। उन्होंने हर क्षण पार्टी की सेवा की। समाज के हर वर्ग की आवाज बनकर उभरे। राहुल गांधी ने देश में भय और हिंसा के वातावरण के खिलाफ निरंतर आवाज उठाई। पार्टी को नई ऊर्जा और नई दिशा दी। एक निर्णायक लड़ाई लड़ी। कार्यसमिति ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए कहा कि उनका सहयोग पार्टी को मिलता रहेगा।
सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्षों, सचिवों, सांसदों और विधायक दल के नेताओं का विचार जाना गया। विचारों के अनुरूप प्रस्ताव पारित किया कि राहुल गांधी अपने पद पर बने रहें और उनसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया गया। लेकिन राहुल गांधी ने इस अनुरोध को ठुकरा दिया और कहा कि जवाबदेही और जिम्मेदारी की शुरुआत उनसे होनी चाहिए। इसके बाद कार्यसमिति ने सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया कि सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष का पद संभालें, जब तक नियमित चुनाव नहीं हो जाता है। उन्होंने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। सुरजेवाला ने कहा, कार्यसमिति ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर भी चिंता जताई और स्थानीय नेताओं की गिरफ्तारी पर भी चिंता जताई और सरकार से मांग की एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को वहां जाने की इजाजत दे।
घटनाक्रम के मुताबिक, शनिवार दोपहर कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की एक बैठक हुई थी, लेकिन इसमें कोई फैसला नहीं हो पाया। फिर रात 8.00 बजे दोबारा से सीडब्ल्यूसी की बैठक शुरू हुई। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, सभी सदस्यों ने राहुल गांधी से अध्यक्ष बने रहने और नेतृत्व करने का एक सहमति से आग्रह किया। उन्होंने यह अनुरोध भी किया कि आज जब मौजूदा सरकार संवैधानिक प्रावधानों, नागरिकों के अधिकारों और संस्थाओं पर आक्रमण कर रही है तो ऐसे समय मजबूत विपक्ष के लिए और कांग्रेस को नेतृत्व देने के लिए राहुल गांधी उपयुक्त व्यक्ति हैं।
रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक इसके बावजूद राहुल गांधी ने अपना इस्तीफा वापस लेने से इनकार कर दिया। उनके मुताबिक पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सीडब्ल्यूसी के सदस्यों और दूसरे नेताओं से नए अध्यक्ष को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया जाए। रणदीप सुरजेवाला का कहना था कि सीडब्ल्यूसी पांच अलग-अलग समूहों में परामर्श कर रही है और अगली बैठक में इन समूहों की बातचीत में निकले निष्कर्ष के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। उनका यह भी कहना था कि राहुल गांधी का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है और यह सीडब्ल्यूसी के विचाराधीन है।
सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और वरिष्ठ पार्टी नेता अहमद पटेल समेत कई अन्य नेता शामिल हुए। पार्टी के नए अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों पर चर्चा हुई। कई नेता प्रियंका गांधी के नाम की भी पैरवी करते दिखे। हालांकि राहुल गांधी ने बैठक के खत्म होने से पहले निकलकर पत्रकारों को इस बात का संकेत दिया था कि उनके परिवार का कोई सदस्य इस जिम्मेदारी को नहीं संभालेगा। बैठक से बाहर निकलने के बाद सोनिया गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि अध्यक्ष तय करने के लिए बातचीत की प्रक्रिया चल रही है। उनका कहना था, मैं और राहुल इसका हिस्सा नहीं हो सकते। बावजूद इसके अंतरिम अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी के नाम पर फैसला होना थोड़ा अचंभित करने जैसा रहा।