केंद्रीय मंत्री के बेकहल बोल ; पेट्रोल खरीदने वाले भूखे नहीं मर रहे हैं
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों की बीच केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री अल्फोंस कन्ननथनम ने एक बयान में कहा है कि पेट्रोल और डीजल खरीदने वाले लोग भूख से नहीं मर रहे हैं। पेट्रोलियम उत्पादों से मिलने वाला पैसा गरीबों के लिए निवेश किया जाएगा और यह फैसला सरकार ने सोच समझ कर लिया है।
केंद्रीय मंत्री अल्फोंस का यह बयान वाकई चौंकाने वाला है। वह इसलिए क्योंकि मंत्री का यह बयान एक कुतर्क है। एक आम आदमी भी यह बता सकता है कि पेट्रोल और डीजल की मूल्यवृद्धि एक आम आदमी जो सम्मानजनक जिंदगी जीने की चाहत रखता है उसकी कमर किस तरह से तोड़ देता है।
एक समाचार एजेंसी से बातचीत में अल्फोंस ने कहा, पेट्रोल कौन खरीदता है? वह जिसके पास कार है या बाइक है। निश्चित रूप से वह भूख से नहीं मर रहा है। वह व्यक्ति जो ये खर्च कर सकता है उसे करना चाहिए। हम टैक्स लगा रहे हैं ताकि गरीबों की जिंदगी भी सम्मानजनक हो, जो पैसा हम आज टैक्स के रूप में जमा कर रहे हैं उसे हमारे द्वारा चुराया नहीं जा रहा है। इसके लिए बहुत बड़ी रकम की जरूरत है इसलिए हम उन लोगों से टैक्स ले रहे हैं जो इसे वहन कर सकते हैं। अल्फोंस कहते हैं, हम यहां गरीबों के कल्याण के लिए हैं। हम इसलिए हैं ताकि हर गांव में बिजली पहुंच सके और उनके लिए घर व शौचालय बन सके।
मालूम हो कि मंत्री पद संभालने के बाद से ही अल्फोंस लगातार बयान दे रहे हैं। बीते 4 सितंबर को गोमांस के मुद्दे पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने गोवा का उदाहरण देते हुए कहा था, गोमांस पर देशव्यापी प्रतिबंध नहीं है और केरल भाजपा ने राज्य में लोगों के मांस खाने का कभी विरोध नहीं किया है। हर जगह के लोग यह तय करेंगे कि वे क्या खाना चाहते हैं। इस बयान के बाद 8 सितंबर को उन्होंने एक अन्य बयान में कहा कि भारत घूमने आ रहे विदेशी लोग अपने देश में बीफ खाकर ही यहां पर आएं।