शाह का दावा; प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों और किसानों के हित में दिया भ्रष्टाचार से मुक्त सरकार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को अपनी सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर इस बात का दावा किया कि भाजपा की सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों और किसानों के हित में एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार दिया है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग स्थित भाजपा के नवनिर्मित मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को हटाने के लिए विपक्षियों के झूठ फैलाने के बावजूद सरकार दलितों, गरीबों और किसानों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने ‘तुष्टिकरण, वंशवाद और जाति’ की राजनीति को ‘विकास और प्रदर्शन’ की राजनीति से बदला है।
अमित शाह ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के खिलाफ विपक्षी पार्टियों के साथ आने से 2019 लोकसभा चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा और उन्होंने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर चुन कर आएंगे। उन्होंने कहा कि मतदाताओं के लिए प्रधानमंत्री मोदी और दूसरे पक्ष के एक अज्ञात चेहरे के बीच मुकाबला होगा। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद विपक्षी पार्टियों के एक साथ आने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, वे लोग 2014 में हमारे खिलाफ लड़े थे। वे संगठित थे। वे अपने-अपने क्षेत्रों के नेता हैं।
उन्होंने कहा, अगर ममता बनर्जी और चंद्रबाबू नायडू एक मंच पर एक साथ आ जाते हैं, तो इससे बंगाल और आंध्रप्रदेश में क्या फर्क पड़ेगा। अगर सीताराम येचुरी और कुमारस्वामी एक साथ आ जाते हैं तो इससे बंगाल और कर्नाटक की राजनीति में क्या फर्क पड़ेगा? यह काम नहीं करेगा। वे सभी क्षेत्रीय पार्टियां हैं और भाजपा के विरुद्ध लड़ चुकी हैं। शाह ने कहा, ममता, अखिलेश, मायावती, शरद पवार और राहुल गांधी..सभी हमारे विरुद्ध लड़े थे। वे अपने राज्यों में हमारे मुख्य विपक्षी थे। अन्य का वहां कोई मतलब नहीं था।
उपचुनावों में भाजपा की हार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उपचुनाव आम चुनाव से अलग होते हैं और अभी भी लोकसभा चुनाव के लिए एक वर्ष बाकी है। उन्होंने कहा, जब एक मतदाता सरकार बनाने के लिए मत डालता है तो वह यह दिमाग में रखता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होगा या कोई और, ऐसी स्थिति में मापदंड अलग होंगे। प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की उम्मीदवारी के सवाल पर उन्होंने कहा, यह मायने नहीं रखता है कि मैं क्या सोचता हूं। उनकी पार्टी ने ही उनका समर्थन नहीं किया, जब उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। न ही उन्हें शरद पवार और न ही ममता या अखिलेश यादव ने उन्हें समर्थन दिया।
शाह ने कहा कि पिछले चार वर्षों में कई योजनाओं के जरिए 22 करोड़ लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाया गया है। इसके अलावा देश का आत्म-गौरव बहाल हुआ है और वैश्विक स्तर पर इसकी स्थिति नई ऊंचाइयों पर पहुंची है। शाह ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि लोग पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री मोदी को दोबारा सत्ता में लाने के लिए वोट देंगे।