अरुण जेटली ने पेश की अर्थव्यवस्था की जगमगाती तस्वीर, बोले- ऑल इज वेल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: केन्द्र सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर हो रही लगातार आलोचना के बीच केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने देश के आर्थिक हालात की चमचमाती तस्वीर पेश की है। सरकार के मुताबिक अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है। आर्थिक विकास को लेकर सरकार ने अपने तीन साल में किए गए कामों का आंकड़ा भी सामने रखा है। इसके अलावा सरकार ने भारतमाला प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दे दी है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष गर्ग ने कहा कि वित्तीय घाटे का लक्ष्य 3 फीसद रहने का अनुमान है। वित्त मंत्री एक प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे।
सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार के सामने जो भी चुनौती सामने आएगी हम उससे लड़ने के लिए तैयार हैं। जेटली ने कहा कि बडे़ बदलाव लंबे वक्त के लिए जरुरी हैं। उन्होंने कहा कि बीते तीन सालों में भारत ने तेजी से तरक्की की है।
वित्त मंत्री ने बताया कि देश की आर्थिक नीतियों और इसके सुधार को लेकर सरकार में पिछले दिनों काफी विचार विमर्श हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से लगातार आगे बढ़ रही है।
इसके साथ ही जेटली ने विपक्ष को आईना दिखाने की कोशिश भी की। जीएसटी को लेकर हो हल्ला मचाये जाने पर उन्होंने किसी राजनीतिज्ञ की मानिंद ही जवाब दिया। उन्होंने कहा वर्तमान टैक्स दरों से परेशानी सिर्फ उनको है जिन्होंने कोयला घोटला और 2जी घोटाला किया है। जाहिर है निशाने पर पूर्व की यूपीए सरकार रही। 1 जुलाई 2017 को देशभर में लागू हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि बड़े बदलाव का असर दिखने में थोड़ा वक्त लगता है।
इसके साथ ही सरकार के महत्वाकांक्षी भारतमाला प्रोजेक्ट के पहले चरण को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इस अहम प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 24800 किलोमीटर का नेशनल हाइवे बनाया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए अगले 3-6 महीने में बोलियां मंगाई जाएंगी। वित्त वर्ष 2018 में 4500 किमी हाइवे के लिए ठेके दिए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत हर साल 7,000-10,000 किमी सड़क बनेगी। सरकार प्रोजेक्ट की लागत का 20 फीसद अपनी तरफ से देगी।
बैंकिंग व्यवस्था में रिफॉर्म के संकेत
सरकार बैंकिंग व्यवस्था में रिर्फाम करने जा रही इस बात के संकेत वित्तमंत्री जेटली ने दिए हैं। जेटली ने कहा कि देश की आर्थिक व्यवस्था का ढांचा काफी मजबूत है। उन्होंने कहा कि बैंकों की हालत को लेकर पारदर्शिता है, सरकार जल्द ही बैंकिंग व्यवस्था में बदलाव करेगी जिसके लिए वित्तमंत्रालय ने पूरा खाका तैयार कर लिया है। जल्द ही बैंकिंग रिर्फाम की घोषणाएं की जाएंगी।
देश की इकनॉमी को लेकर आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष गर्ग ने एक प्रजेंटेशन के माध्यम से वर्तमान अर्थव्यवस्था, मंहगाई, जीएसटी समेत कई मसलों को लेकर कई आंकड़े पेश किए। सरकार ने दावा किया है कि विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा है और 2019 में विकास दर 7 फीसदी तक पहुंचेगी। वहीं सरकार ने जीएसटी भंडार बढ़ने की भी उम्मीद जताई।
गौरतलब है कि, अतंरराष्ट्रीय संस्थाओं ने लगातार भारत की वृद्धि दर के अनुमान में कटौती की है। आईएमएफ और विश्व बैंक समेत कई संस्थाओं ने घटती वृद्धि दर के लिए जीएसटी और नोटबंदी को जिम्मेदार ठहराया है।