राम मंदिर पर विहिप का यू-टर्न, आंदोलन चार महीने स्थगित
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राम मंदिर निर्माण को लेकर हाल ही में प्रयागराज में चल रहे कुंभ में विश्व हिंदू परिषद द्वारा बुलाई गई धर्म संसद के बाद अब विहिप ने यू-टर्न लेते हुए अगले चार महीने तक राम मंदिर आंदोलन को विराम देने का फैसला किया है।
मंगलवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में विहिप के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि आगामी चुनाव के मद्देनजर चार महीने तक राम मंदिर के आंदोलन पर विराम लगाया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अब कोई भी ये आरोप नहीं लगा पाएगा कि उनका संगठन किसी पार्टी विशेष को फायदा पहुंचाने की कोशिश करता है। जैन ने कहा कि देश का राजनीतिक वातावरण साफ रहे इसलिए ऐसा फैसला लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि विहिप 1984 से आंदोलन कर रही है और राम मंदिर का निर्माण भी यही करेगी। बाकी दूसरे संगठन उनकी नकल कर रहे हैं। जैन ने ये भी कहा कि इस मामले में भाजपा सरकार की नीयत साफ है।
गौरतलब है कि इससे पहले प्रयागराज में चल रहे कुंभ के दौरान विहिप द्वारा आयोजित धर्म संसद में 1 फरवरी को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का भारी विरोध हुआ था। भागवत के भाषण के दौरान साधु-संतों ने जमकर हंगामा किया था, जिसके बाद काफी देर तक पंडाल भागवत विरोधी नारों से गूंजता रहा। पंडाल में ‘राम मंदिर बनाओ या वापस जाओ’ के नारे गुंजते रहे। इसकी वजह से भागवत को फौरन वहां से जाना पड़ा था।
इसके ठीक दो दिन पहले 30 जनवरी को साधु-संतों के एक दूसरे धड़े ने परम धर्म संसद आयोजित कर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तारीख का ऐलान किया था। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के नेतृत्व में हुए परम धर्म संसद में साधुओं ने ऐलान किया था कि 21 फरवरी को अयोध्या में मंदिर की नींव रखी जाएगी और अगर उन्हें रोका गया तो वे लोग गोली खाने के लिए भी तैयार हैं।
विहिप के इस यू-टर्न के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि देश में मोदी सरकार के दौरान बढ़ी बेरोजगारी, किसानों की बदहाली, खराब होती अर्थव्यवस्था की वजह से लोगों में सरकार के खिलाफ गुस्से को देखते हुए इस मुद्दे को फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने का फैसला लिया गया है। भाजपा पर चुनाव के वक्त ही राम मंदिर का मुद्दा उठाने के आरोप भी लगते रहे हैं और लोग भी इसको अब बखूबी समझने लगे हैं। इन्हीं वजहों से विहिप ने फिलहाल इस मुद्दे को टालने का फैसला लिया है।