संघ का विवादित बयान - 'आबादी बढ़ाने से 'उनको' नहीं रोकता कानून तो 'हिंदू' क्यों रुके ?'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
आगरा: अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सरसंघचालक मोहन भागवत ने हिन्दुओं की घटती जनसंख्या पर चिंता जताई है। शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान भागवत ने हिंदुओं को सलाह दी कि वो एक से ज्यादा बच्चे पैदा करें। संघ प्रमुख आगरा में आयोजित विश्वविद्यालय व् महाविद्यालय शिक्षक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां वो शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान भागवत ने हिंदू आबादी पर चिंता जताते हुए ये बातें कही।
'उनको' नहीं रोका तो आप क्यों रुके
भागवत ने कहा कि दूसरे धर्म वाले जब इतने बच्चे पैदा कर रहे हैं तो क्या आपको किसी कानून ने रोक रखा है। कोई कानून हिंदुओं को बच्चा पैदा करने पर पाबंदी नहीं लगाता। इस तरह के निर्णय पारिवारिक परिस्थितियों और देश हित को ध्यान में रखते हुए लेना चाहिए। संबोधन के दौरान भागवत ने कहा कि आप लोग कह रहे है कि 'उनकी जनसंख्या बढ़ रही है तो हिंदुओं को किसने रोका है।'
शिक्षक केन्द्र से करें जवाब तलब
इस सम्मेलन में विश्वविद्यालय व् महाविद्यालय के शिक्षकों ने हिस्सा लिया और खुलकर संघ प्रमुख के सामने अपने सवाल रखे। भागवत ने शिक्षकों के सवालों पर कहा कि वो उनकी बात को केंद्र सरकार तक पहुंचा देंगे लेकिन अच्छा हो आप अपने सवालों को पत्र लिखकर शिक्षा मंत्री तक भेजें।
शिक्षकों ने मोहन भागवत से सवाल करते हुए शिक्षा में बदलाव की बात करने के साथ साथ आरक्षण व्यवस्था खत्म करने के भी सवाल किए। अध्यापकों द्वारा किये गए सवालों का जवाब देते हुए सर संघ चालक मोहन भागवत ने कहा कि व्यवस्था बदलने के लिए खुद में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि देशहित के लिए शिक्षकों को लंबी तपस्या करनी होगी। उनके प्रयासों से ही स्थायी परिवर्तन आएगा। सरकारें बदलने से इस पर फर्क नहीं पड़ेगा।