बीएसएफ जवान का वेतन कटने पर PM मोदी नाराज, आदेश वापस लिया
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए नाम से पहले श्री नहीं लगाने पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान को उसके कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) ने सजा के तौर पर 7 दिन की सैलरी काटने का फरमान सुनाया था। पीएम मोदी को बुधवार को जैसे ही इसकी जानकारी मिली, उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए 15वीं बटालियन के अफसरों को तत्काल सजा वापस लेने का निर्देश दे दिया। यह जवान पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात बटालियन में शामिल है।
दरअसल, बीएसएफ की 15वीं बटालियन के कॉन्स्टेबल संजीव कुमार पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश की सीमा पर तैनात हैं। संजीव पर आरोप था कि उन्होंने 21 फरवरी को मॉर्निंग जीरो परेड (इसमें आला अफसरों को अपने ऑफिशियल प्रोग्राम की जानकारी देनी होती है) में श्री या माननीय के बगैर 'मोदी कार्यक्रम' कह दिया था। इसके बाद कमांडिंग ऑफिसर अनूप लाल भगत ने कॉन्स्टेबल संजीव के खिलाफ 'प्रधानमंत्री के प्रति असम्मान जताने' के मामले में जांच कराई। इसमें कॉन्स्टेबल को बीएसएफ एक्ट की धारा-40 के तहत अनुशासन तोड़ने का दोषी पाया और सात दिन की सैलरी काटने का सजा दी गई थी।
बीएसएफ प्रवक्ता ने कहा, जवान के खिलाफ हुई कार्रवाई से चूंकि प्रधानमंत्री काफी नाराज हो गए लिहाजा उन्होंने फौरन सजा को वापस लेने की बात कही है। हमने इस आदेश को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया, साथ ही आगे से इस तरह के मामलों को सूझबूझ से निपटाने के लिए ऑफिसरों को आगाह भी किया है।