मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ यशवंत सिन्हा हुए मुखर, मुंबई में की अहम बैठक
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुंबई : मोदी सरकार की नीतियों के कटु आलोचक और पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कांग्रेस, एनसीपी, भाजपा के कुछ बागी नेताओं और देश व समाज के कुछ प्रबुद्ध लोगों से मुलाकात की। इस बैठक में सिन्हा ने गैर राजनीतिक मंच राष्ट्र मोर्चा तले मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ाई तेज करने की बात रखी।
शनिवार को यशवंत सिन्हा ने मुंबई में कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और भाजपा के बागी विधायक समेत कई नेताओं के साथ बैठक की जिसमें एक गैर राजनीतिक मंच राष्ट्र मोर्चा बनाकर मोदी सरकार के खिलाफ जनमत तैयार करने का नया फार्मूला तैयार किया गया। मुंबई में हुई इस बैठक में भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा, नागपुर से भाजपा के बागी विधायक आशीष देशमुख, एनसीपी के प्रदेश कार्याध्यक्ष जितेंद्र आव्हाड, राज्यसभा सदस्य कुमार केतकर आदि शामिल हुए।
पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया कि यह बैठक सरकार की विचारधारा के खिलाफ सभी को एक मंच पर लाने का एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि जनता में सरकार की नीतियों को लेकर घोर निराशा है। किसान परेशान हैं। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। भाजपा के बागी विधायक आशीष देशमुख ने कहा कि इस बैठक में गैर राजनीतिक मंच बनाने का निर्णय लिया गया है।
जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि वर्तमान सरकार ने जनता पर असर डालने वाली मीडिया, न्याय व्यवस्था और महत्वपूर्ण एजेंसियों को अपने अधिकार में कर रखा है। इसके खिलाफ गैर राजनीतिक मंच के माध्यम से महाराष्ट्र में कोल्हापुर, अकोला और मुंबई के अगस्त क्रांति मैदान में मोदी सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस आंदोलन का आगाज महाराष्ट्र दिवस पर एक मई को हो सकता है जिसमें प्रगतिशील विचारों से जुड़े सभी दलों के नेता सहभागी होंगे।
इस बैठक में अन्य प्रमुख लोगों में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और एनसीपी नेता माजिद मेनन, पत्रकार प्रीतीश नंदी, पूर्व रेल मंत्री और टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी, राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता सुधीन्द्र कुलकर्णी, महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी, आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन और रिटायर्ज जज जस्टिस अभय थिप्से शामिल थे। यह बैठक शिवाजी पार्क दादर स्थित मनीलाइफ फाउंडेशन के कार्यालय में संपन्न हुई।