गुजरात गौरव महासम्मेलन में PM मोदी ने खेला गुजराती कार्ड, कांग्रेस को बताया गुजरात विरोधी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
गांधीनगर : गुजरात की राजधानी गांधीनगर में गुजरात गौरव यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजराती कार्ड खेलने में कोई कसर नहीं छोड़ी। गुजराती भाईयों को पीएम मोदी ने बताया है कि कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार का आंखों में किस तरह से गुजरात हमेशा चुभता रहा है। सरदार वल्लभभाई पटेल और उनकी बेटी मनिभाई पटेल के साथ इस परिवार और पार्टी ने क्या व्यवहार किया, इतिहास गवाह है। मैं उसको दोबारा दोहराना नहीं चाहता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व को विकास एवं गुजरात विरोधी करार देते हुए कहा कि भाजपा के लिए चुनाव विकासवाद की जंग है, जबकि कांग्रेस के लिए यह वंशवाद की जंग है। मोदी ने कहा, जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मुझे जेल में डालने के लिए मेरे खिलाफ कैसी-कैसी साजिशें रची गईं, लेकिन ऊपर वाले की मेहरबानी देखिए कि आज हम कहां है और वो कहां हैं।
सोमवार शाम गुजरात गौरव महासम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने हमेशा कुर्सी का खेल खेला, वंशवाद को कैसे सलामत रखना है, इस पार्टी ने हमेशा इसकी चिंता की। उनको न देश की चिंता है और न समाज की। ये जहर, गुजरातियों के प्रति द्वेष जैसा था और इसी का परिणाम था कि पंडित नेहरू ने नर्मदा परियोजना का शिलान्यास किया, लेकिन वह आंखों में इसलिए चुभती थी, क्योंकि इसकी संकल्पना सरदार पटेल ने की थी, इसलिए पूरा नहीं होने दिया। कोई कल्पना कर सकता है कि 40 साल तक यह परियोजना अटकी रही।
प्रधानमंत्री ने कहा, कांग्रेस ने विकास के मुद्दे पर कभी चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं दिखाई। मैं एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी को चुनौती देता हूं कि वे विकासवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ें और लोगों को भ्रमित करने का काम छोड़ें। राहुल और सोनिया गांधी का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि जो जेल की सजा काटे हैं, उनके साथ ये कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होते हैं। इनको गुजरात से नफरत है, जनसंघ से नफरत है, भाजपा से नफरत है। इन लोगों और पार्टी ने कभी हमें गांधी का हत्यारा कहा, कभी दलित विरोधी कहा और आज सबसे ज्यादा दलित सांसद भाजपा के हैं।
पीएम मोदी ने कहा, इनका विकास से कोई नाता नहीं है। उनको एक ही चीज की आदत लगी है और उनके नेता, पार्टी और परिवार भ्रष्टाचार में डूबी रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव एक यज्ञ होता है। चुनाव के यज्ञ में लोकतंत्र के सभी सिपाही, सभी मतदाता और अधिक अच्छा करने के भाव से जुटता है। लेकिन सतयुग से, रामायण-महाभारत के काल से ऐसा होता आया है कि जब-जब यज्ञ होता है रुकावट डालने वाले इसमें रुकावट डालते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने बहुत सरकारें देखी हैं, धनबल और बाहुबल से चलने वाली पार्टियां, वंशवाद से चलने वाली पार्टियां हैं, लेकिन लोकतांत्रिक तरीके से चलने वाली भाजपा इकलौती पार्टी है। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की इतनी सरकारें आईं, लेकिन सिंचाई से जु़ड़ी तमाम योजनाएं अटकी पड़ी रहीं, क्योंकि कांग्रेस को विकास में कोई रुचि नहीं है। 12 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट अटके पड़े थे, हमने उन्हें आगे बढ़ाने का काम किया है।
मोदी के नाम पर ही गुजरात में लड़ेंगे चुनाव और जीतेंगे 150 से ज्यादा सीटें : शाह
गुजरात गौरव महासम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने साफ कर दिया कि पार्टी गुजरात में सत्ता बरकरार रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ेगी। उन्होंने 182 सदस्यीय विधानसभा में 150 सीट से अधिक सीट पाने का लक्ष्य निर्धारित किया। शाह ने उत्साह में नजर आ रहे हजारों पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, हम तीन-चौथाई बहुमत से चुनाव जीतना चाहते हैं। जब मोदी मुख्यमंत्री थे, हमने 127 सीटों पर जीत दर्ज की थी। अब जब वह प्रधानमंत्री बन गए हैं, तो यह आंकड़ा काफी छोटा लग रहा है।
शाह ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए कहा राहुल ने अपने अमेठी विधानसभा क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया है और वह सवाल उठा रहें हैं कि भाजपा ने गुजरात का कैसा विकास किया है। उन्होंने कहा, राहुल गांधी अमेठी में एक क्लेक्ट्रेट ऑफिस बनाने में नाकाम रहे और वह गुजरात में हमारे काम पर अंगुली उठा रहे हैं। विकास विरोधी कांग्रेस का आने वाले चुनाव में राज्य से जड़ से सफाया हो जाएगा।
शाह ने मोदी की महत्वाकांक्षी अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना पर निशाना साधने वालों को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, वे लोग बुलेट ट्रेन का मजाक उड़ा रहे हैं लेकिन गुजरात के लोग विकास से प्यार करते हैं। मोदी का गुजरात मॉडल विकास को परिभाषित करता है। इससे पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने गुजरात सरकार द्वारा किसानों को 3 लाख के ऋण पर 1 प्रतिशत ब्याज की छूट देने की घोषणा की।