कांग्रेस का सवाल; क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाने का फैसला गरीब बच्चों के हक में कैसे?
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : ओबीसी आरक्षण के लिए क्रीमी लेयर की सीमा बढ़ाने के सरकार के फैसले पर कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल किया है कि क्रीम लेयर की सीमा बढ़ाने का फैसला गरीब बच्चों के हक में कैसे है। इस सीमा को बढ़ाते रहने से कहीं ऐसा न हो जाए कि इस वर्ग के गरीबों बच्चे आरक्षण के लाभ से ही वंचित रह जाएं।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ओबीसी श्रेणी में क्रीमी लेयर की सीमा को सालाना 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये करने को मंजूरी दी है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि क्रीमी लेयर के बारे में सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में जो परिकल्पना की थी उसका लक्ष्य था कि जो सबसे गरीब हैं, जो सबसे जरूरतमंद हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावित है और जो सबसे ज्यादा पिछड़े हैं, उनको आरक्षण का लाभ मिले।
उन्होंने कहा, 'एक तरफ आप कह रहे हैं कि हम आरक्षण के भीतर आरक्षण करना चाहते हैं और दूसरी तरफ आप क्रीमी लेयर को 8 लाख रुपये सालाना कर रहे हैं। ये किस प्रकार की विडंबना है? क्या ये साबित नहीं करता है कि भाजपा केवल आरक्षण से छेड़छाड़ कर रही है जो सही मायनों में पिछड़े और गरीब हैं, आप अगर क्रीमी लेयर की सीमा को बढ़ाते जाएंगे, तो इस वर्ग के गरीबों के बच्चों को आरक्षण का लाभ कैसे मिलेगा? सुरजेवाला ने कहा, 'इस बात पर प्रधानमंत्री को और उनके मंत्रिमंडल को गंभीरता से मंथन करने की जरूरत है।'