दादरी हत्याकांड : PM मोदी की चुप्पी पर उठे सवाल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : दादरी में गोमांस की अफवाह पर मोहम्मद अखलाक की मौत पर सियासत गरमाने के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर भी सवाल उठने लगे हैं। पीएम मोदी की चुप्पी पर हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की सख्त टिप्पणी के बाद अब आम आदमी पार्टी ने भी उनसे चुप्पी तोड़ने की अपील की है।
आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं, साथ ही केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के खिलाफ सांप्रदायिक घटना को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। आप पार्टी ने एक बयान में कहा 'प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर जानबूझ कर चुप्पी साध ली है, जो एक तरह से भाजपा के गुर्गों को अधिकतम सांप्रदायिक दरार पैदा करने के लिए मूक समर्थन है।'
इससे पहले हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी और राज्य की समाजवादी पार्टी सरकार की लापरवाही पर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद थी कि सबका साथ सबका विकास की बात करने वाले प्रधानमंत्री कम से कम अखलाक की हत्या पर ट्वीट जरूर करेंगे।' ओवैसी ने कहा, ‘उन्होंने गायिका आशा भोंसले के बेटे की मौत पर शोक जताया था। सबका साथ सबका विकास की बात करने वाले प्रधानमंत्री अगर बहुलतावाद और कानून में विश्वास करते हैं तो कम से कम ट्वीट कर संवेदना जता देते।
आप ने अपने बयान में कहा कि भाजपा दादरी में मामले को हवा दे रही है। जबकि पार्टी के एक नेता के बेटे की गिरफ्तारी के बाद इस घटना में भाजपा की भूमिका साफ हो गई है। बयान में कहा गया है कि आम आदमी पार्टी दादरी में केंद्र के हस्तक्षेप की मांग करती है और प्रधानमंत्री से यह स्पष्टीकरण चाहती है कि क्या वह घटना का समर्थन करते हैं या समाज के सौहार्द और एकता को नष्ट करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
मालूम हो कि रविवार की रात ग्रेटर नोएडा के बिसाड़ा गांव में गोमांस पकाने के आरोप में भीड़ ने अखलाक नाम के एक किसान की हत्या कर दी थी। गोमांस पकाने का एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया था, जिसके बाद जुनूनी हिंदुओं की भीड़ ने अखलाक के घर पर धावा बोल दिया। दरवाज़ा तोड़कर लोग घर में घुसे और अखलाक को घर से बाहर खींचकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। भीड़ ने अखलाक के बेटे की भी जमकर पिटाई की, जो अभी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। अखलाक के परिवार का कहना है कि वे लोग सिर्फ मटन खा रहे थे।