'चौराहे पर ना हो राजन के सेवा विस्तार की चर्चा'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग से जुड़े सवाल को टाल गये। उन्होंने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक जिम्मेदार संस्थान हैं और ‘किसी अन्य कारक’ से प्रभावित हुए बिना निर्णय किया जायेगा।
जेटली ने कहा- मुद्दे महत्वपूर्ण हैं न कि व्यक्ति...
जेटली ने कहा,‘मुझे लगता है कि मुद्दे महत्वपूर्ण हैं ना कि व्यक्ति।' उन्होंने सवाल किया कि- 'रिजर्व बैंक के गवर्नर को दूसरा कार्यकाल मिलेगा या नहीं और इस मुद्दे पर उनकी खुद की राय क्या है, क्या ये बातें चौराहे पर चर्चा करने की हैं?’ जेटली ने एक निजी समाचार चैनल से कहा कि सरकार बेहद जिम्मेदार संस्थान है और रिजर्व बैंक भी ऐसा ही है। हम अपने निर्णय अन्य कारकों द्वारा प्रभावित हुए बिना लेंगे।
सार्वजनिक टिप्पणी उचित नहीं
जेटली ने कहा कि रिजर्व बैंक तथा वित्त मंत्रालय के बीच काफी परिपक्व स्तर का विचार विमर्श होता है और इस पर हममें से किसी को सार्वजनिक चर्चा में कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है।
स्वामी के पत्र पर सवाल
जेटली से स्वामी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए पत्र पर सवाल किया गया था। इस पत्र के जरिए स्वामी ने अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पूर्व मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके राजन को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है। पत्र में उन्होंने आरोप लगाया है कि राजन मानसिक रूप से पूरी तरह भारतीय नहीं हैं और उन्होंने जानबूझकर अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है।