नहीं रहीं पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज, दिल का दौरा पड़ने से निधन
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भाजपा की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 67 साल की थी। मंगलवार रात दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में भर्ती कराया गया था जहां उनकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही थी। थोड़ी देर बाद एम्स की तरफ से बुलेटिन जारी किया गया जिसमें उनके निधन की खबर दी गई। उन्हें रात 10 बजकर 20 मिनट पर एम्स लाया गया था और तत्काल इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया था।
कुछ घंटे पहले 7.23 बजे उन्होंने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने पर बधाई दी थी। ट्वीट में सुषमा ने लिखा था- प्रधान मंत्री जी- आपका हार्दिक अभिनन्दन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी। 14 फरवरी 1952 को हरियाणा के अंबाला में जन्मीं सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रही थीं। 16वीं लोकसभा में वह मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं। इस बार उन्होंने खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। विदेश मंत्री रहते हुए वह सोशल मीडिया पर शिकायतों को सुनने और उनके निपटारे के लिए काफी लोकप्रिय थीं। वह दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी थीं।
सुषमा स्वराज के नाम कई कीर्तिमान हैं, जिसे अब देश याद करेगा। 1977 में जब वह 25 साल की थीं, तब वह भारत की सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री बनी थीं। 1977 से 1979 तक सामाजिक कल्याण, श्रम और रोजगार जैसे 8 मंत्रालयों की जिम्मेदारी सुषमा ने संभाली थी। इसके बाद 27 साल की उम्र में 1979 में वह हरियाणा में जनता पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष बनी थीं। सुषमा स्वराज को ही राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता होने का गौरव प्राप्त हुआ था। इसके अलावा सुषमा स्वराज लोकसभा में पहली महिला नेता प्रतिपक्ष भी बनी थीं। इंदिरा गांधी के बाद सुषमा स्वराज दूसरी ऐसी महिला थीं जिन्होंने विदेश मंत्री का पद संभाला था। बीते चार दशकों में वह 11 चुनाव लड़ीं, जिसमें तीन बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ीं और जीतीं। सुषमा सात बार सांसद रहीं।
भारतीय राजनीति का एक गौरवशाली अध्याय खत्म : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताते हुए इसे अपनी निजी क्षति बताया। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट्स में शोक व्यक्त करते हुए कहा, 'भारतीय राजनीति का एक गौरवशाली अध्याय खत्म हो गया। एक ऐसी नेता जिन्होंने जन सेवा और गरीबों का जीवन संवारने के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, उनके निधन पर भारत दुखी है। सुषमा स्वराज जी अपनी तरह की इकलौती नेता थीं, वह करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा की स्रोत थीं।' पीएम मोदी ने सुषमा को याद करते हुए लिखा, 'सुषमा जी एक प्रखर वक्ता और उत्कृष्ट सांसद थीं। उन्हें सभी पार्टियों से प्रशंसा और सम्मान मिला। जब विचारधारा और भाजपा के हित की बात आती थी तो वह कभी समझौता नहीं करती थी। विचारधारा और पार्टी के विकास में उन्होंने बड़ा योगदान दिया।' प्रधानमंत्री मोदी ने सुषमा स्वराज को एक शानदार प्रशासक के रूप में याद किया। उन्होंने लिखा, 'एक शानदार प्रशासक सुषमा जी ने जिन भी मंत्रालयों को संभाला, वहां उच्च मानक स्थापित किए। तमाम देशों के साथ भारत के रिश्तों को बेहतर बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। मंत्री के तौर पर हमने उनका दयालु रूप भी देखा, दुनिया के किसी भी कोने में फंसे भारतीयों की वह मदद करती थीं।'