पंचतत्व में विलीन हुए राजनीति के 'अजातशत्रु' अटल, दत्तक पुत्री नमिता ने दी मुखाग्नि
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : जननेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शुक्रवार शाम पंचतत्व में विलीन हो गए। दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। राष्ट्र ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। वाजपेयी द्वारा गोद ली गई बेटी नमिता भट्टाचार्य ने उन्हें मुखाग्नि दी।
इस दौरान वहां मौजूद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत देश-विदेश से आए राजनीतिक दिग्गजों ने अटल जी को अंतिम विदाई दी। सभी की आंखें नम थीं।
इससे पहले नातिन निहारिका ने वाजपेयी के पार्थिव शरीर पर से अलग किया गया तिरंगा ग्रहण किया। बेटी, नातिन और परिवार के लोग ही नहीं स्मृति स्थल पर मौजूद हर किसी की आंखें नम थीं। अटल थे ही कुछ ऐसे। उनकी आत्मीयता, समरसता, मधुरता और सादगी लोगों को बांध लेती थी। सियासत की दुनिया का उन्हें 'अजातशत्रु' कहा जाता था क्योंकि उन्होंने हमेशा दोस्त बनाए, दुश्मन उनका कोई नहीं था।