राज्यसभा नहीं जायेंगे रघुराम राजन, आप की पेशकश ठुकराई
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑख इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने स्पष्ट कर दिया है कि वो राज्यसभा सदस्य बनने का प्रस्ताव फिलहाल स्वीकार नहीं कर पायेंगे। उन्होंने इसकी वजह काम की अधिकता बताई है। राजन यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में पढ़ा रहें हैं। इस संदर्भ में उनके दफ्तर की तरफ से एक बयान जारी किया गया है।
बयान में कहा गया है- 'प्रोफेसर राजन बहुत से शिक्षा से जुड़े कामों से जुड़े हुए हैं। उनका शिकागो यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक पढ़ाने की नौकरी छोड़ने का कोई प्लान नहीं है।' गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रघुराम राजन के कार्यकाल को और नहीं बढ़ाया था जिसके बाद वो शिकागो चले गए थे। राजन ने नोटबंदी का विरोध किया था।
ऑनलाइन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से राजन को जनवरी 2018 में राज्यसभा सदस्य बनने का ऑफर दिया गया था। दरअसल, दिल्ली से राज्यसभा की 3 सीटों के लिए जनवरी माह में होने वाले चुनाव में आप नेता अपनी-अपनी बाजी चला रहे हैं। इससे पार्टी का अंदरूनी विवाद कई बार सार्वजनिक भी हुआ है। आप का शीर्ष नेतृत्व अब विशेषज्ञों के नामों के सहारे पार्टी नेताओं की आपसी कलह का शांत करना चाहता है।
सूत्रों के मुताबिक ऐसा करने से पार्टी के भीतर की गुटबाजी पर भी रोक लगेगी। पार्टी के बड़े नेता कुमार विश्वास खुलकर अपने लिए राज्यसभा सीट मांग चुके हैं। दिल्ली से राज्यसभा की तीन सीटों पर कांग्रेस के जनार्दन द्विवेदी, डा. कर्ण सिंह और परवेज हाशमी सांसद हैं। इनका कार्यकाल अगले साल जनवरी में खत्म हो रहा है। इन सीटों पर आप के तीनों उम्मीदवारों की जीत तय है।