गडकरी: कांग्रेस के अच्छे दिन का नारा बना हमारे गले की हड्डी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लगता है कि ये नारा कांग्रेस की देन था और अब ये हमारे गले की हड्डी बन गया है। लोकसभा चुनाव 2014 में भाजपा इसी वादे के साथ केन्द्र की सत्ता पर काबिज हुई थी। केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘अच्छे दिन’ का मशहूर नारा दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिया था, लेकिन यह नारा अब मोदी सरकार की गर्दन का ‘बोझ’ बन गया है।
बोझ बना नारा
गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘अच्छे दिन मानने से होता है। दिल्ली में एक एनआरआई समारोह में मनमोहन सिंह ने कहा था कि अच्छे दिन आएंगे।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘जब पूछा गया कि अच्छे दिन कब आएंगे, तो मनमोहन सिंह ने जवाब दिया था-‘भविष्य में'। मोदी जी ने यही बात कही और अब यह हमारी गर्दन का बोझ बन गया है।’ मोदी ने पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी लगभग हर रैली में ‘अच्छे दिन’ के नारे लगाए थे।
शब्दों का हेर-फेर है अच्छे दिन
गडकरी ने कहा, ‘अच्छे दिन कभी नहीं आते। अच्छे दिन के नारे गले में फंसी हड्डी हैं।’ पूर्व सांसद विजय दर्डा के प्रश्न का उत्तर देते हुए गडकरी ने कहा, ‘हमने केवल अच्छे दिन शब्दों का इस्तेमाल किया और इसे शाब्दिक अर्थ में नहीं लिया जाना चाहिए। इसका मतलब यह होना चाहिए कि प्रगति हो रही है।’ गडकरी ने कहा, ‘अगर किसी व्यक्ति के पास साइकिल है तो वह मोटरसाइकिल चाहेगा, फिर जब वह मोटरसाइकिल खरीद लेता है तो अगला लक्ष्य कार होती है। इसलिए किसी को कभी यह महसूस नहीं होता कि अच्छे दिन आ गए।'