जय शाह के बहाने राहुल ने मोदी पर किया हमला, बोले- बेटी नहीं, बेटा बचाने में जुटी सरकार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
वडोदरा : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रहार किया है। उन्होंने गुजरात के इस शहर में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी की संपत्ति तीन साल में बेहिसाब बढ़ जाने के खुलासे पर चुप्पी को लेकर प्रधानमंत्री पर तंज कसा और कहा कि मोदी सरकार का नारा अब ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ नहीं बल्कि ‘बेटा बचाओ’ होकर रह गया है।
न्यूज पोर्टल द वायर पर अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी टेम्पल इंटरप्राइजेज की संपत्ति मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद महज तीन साल में 16000 गुना बढ़ने का खुलासा किए जाने का जिक्र करते हुए राहुल ने आश्चर्य प्रकट किया कि क्या सरकार भ्रष्टाचार से लड़ाई इसी तरह लड़ रही है? कहा जा रहा है कि जय शाह की यह कंपनी पिछले साल 8 नवंबर को नोटबंदी होने से पहले ही बंद हो गई थी।
क्या आपने कभी शाखा में महिलाओं को देखा है?
अपने भाषण के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने एक बयान की वजह से विवादों में भी आ गए हैं। चुनावी सभा को संबोधित करते राहुल ने आरएसएस तथा महिलाओं की ड्रेस पर भी टिप्पणी की थी। बकौल राहुल, 'क्या आपने कभी शाखा में महिलाओं को देखा है?' उनकी यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसके बाद वो ट्रोल होने लगे। राहुल ने कहा कि आरएसएस की सोच पर ही भाजपा काम करती है। आरएसएस की नजर में जब तक महिलाएं चुप रहें कुछ न बोलें, तब तक ठीक हैं, जैसे ही महिलाओं ने मुंह खोला कि वो चुप कराने में जुट जाते हैं। राहुल ने पूछा कि आरएसएस में कितनी महिलाएं हैं? कभी शाखा में महिलाओं को देखा है शॉर्ट्स में? मैंने तो नहीं देखा। महिलाओं पर की गई टिप्पणी पर गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने राहुल से पूछा कि, 'क्या वो महिलाओं का शरीर और कपड़ा ही देखते हैं। क्या वो सिर्फ यही देखते हैं कि महिलाओं ने क्या पहना है क्या नहीं पहना है।' आनंदीबेन ने कहा कि राहुल का बयान महिलाओं का अपमान है। राहुल गांधी को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। आनंदीबेन ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बहन से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या जिन शब्दों का प्रयोग राहुल ने किया है, क्या वो ठीक है और आपको पसंद है?
राहुल ने जनसभा में कहा, मोदीजी ने 2014 में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ की घोषणा की थी। मुझे नहीं पता, शाहजी के मन में क्या ख्याल आया कि उन्होंने नवाचार का एक बड़ा तरीका ईजाद कर लिया जिससे तीन-चार महीने में ही 50,000 की संपत्ति 80 करोड़ रुपये की हो गई। उन्हें प्रतिभूति-रहित कर्ज दे दिया गया। मजे की बात यह है कि इतने शानदार तरीके से तरक्की करने वाली कंपनी को जय शाह जी ने 2016 में ही बंद कर दिया। इस वाकये पर खुद को भारत के चौकीदार बताने वाले मोदीजी चुप क्यों हैं। वह इस पर एक शब्द नहीं बोल रहे हैं।
राहुल ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया था ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ लेकिन वह तो अमित शाह के बेटे को बचाने में लग गए। राहुल ने यही बात अपने ट्वीट में भी लिखा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष इन दिनों गुजरात दौरे पर हैं और विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण जनसभाएं कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं को रोजगार देने में नाकामी को लेकर भी मोदी सरकार पर तंज कसा।