दिल्ली स्थित तीन मूर्ति चौक से जुड़ा इजराइली शहर हाइफा का नाम
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू के साथ अपने रिश्ते को नया आयाम देने के लिए दिल्ली स्थित युद्ध स्मारक तीन मूर्ति चौक के नाम से हाइफा जोड़ दिया गया और नाम हो गया है तीन मूर्ति हाइफा चौक। ये चौक देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के सरकारी आवास तीन मूर्ति भवन के सामने ही स्थित है। रविवार को नेतन्याहू छह दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं।
यहां एयरपोर्ट पर नेतन्याहू का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गले लगाकर स्वागत किया। इसके बाद बेंजामिन नेतन्याहू, उनकी पत्नी और पीएम मोदी ने तीन मूर्ति हाइफा चौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी। खबरों के मुताबिक इसका फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जुलाई 2017 में अपने इजरायल दौरे के दौरान ही कर लिया था। हालांकि आधिकारिक घोषणा नेतन्याहू के भारतीय जमीन पर कदम रखने के साथ ही की गई।
इजराइली शहर- हाइफा
हाइफा इजरायल का ऐतिहासिक शहर है। यहां भारतीय सैनिकों के अद्मय साहस को हमेशा याद किया जाता है। दरअसल, प्रथम विश्व युद्ध के दौरान (1914-1918) भारतीय सैनिकों ने अप्रतिम साहस का परिचय देते हुए इजरायल के हाइफा शहर को आजाद कराया था। भारतीय सैनिकों की टुकड़ी ने तुर्क साम्राज्य और जर्मनी के सैनिकों से मुकाबला किया था। माना जाता है कि इजरायल की आजादी का रास्ता हाइफा की लड़ाई से ही खुला था, जब भारतीय सैनिकों ने सिर्फ भाले, तलवारों और घोड़ों के सहारे ही जर्मनी-तुर्की की मशीनगन से लैस सेना को धूल चटा दी थी। इस लड़ाई में राजपूत सेना का नेतृत्व जोधपुर रियासत के सेनापति दलपत सिंह ने किया था। इस लड़ाई में जोधपुर की सेना के करीब 900 सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए जिससे राठौड़ों को विजय मिली और उन्होंने हाइफा पर कब्जा कर लिया।
तो ये है तीन मूर्ति की कहानी?
भारत के तीन राज्यों (जोधपुर, हैदराबाद और मैसूर) से इजरायल में भेजे गए सैनिकों के नाम पर तीन मूर्ति चौक का नाम रखा गया था। अब तीन मूर्ति मार्ग का नाम बदलकर तीन मूर्ति हाइफा मार्ग किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर भी नेतन्याहू के साथ तस्वीर साझा करते हुए लिखा, 'मेरे दोस्त नेतन्याहू, भारत में आपका स्वागत है। आपकी भारत यात्रा ऐतिहासिक और खास है। यह दोनों देशों की दोस्ती को और मजबूत करेगी।' पीएम मोदी के ट्वीट को बेंजामिन नेतन्याहू के आधिकारिक ट्विटर हैडंल से रीट्वीट किया गया।
इजरायल गर्व से लेता है भारतीय सैनिकों का नाम
हर साल 23 सितंबर को भारतीय योद्धाओं को सम्मान देने के लिए हाइफा के मेयर, इजरायल की जनता और भारतीय दूतावास के लोग एकत्र होकर 'हाइफा दिवस' मनाते हैं। भारतीय सेना भी 23 सितंबर को 'हाइफा दिवस' मनाती है। बता दें कि इजरायल की सरकार आज तक हाइफा, यरुशलम, रमल्लाह और ख्यात के समुद्री तटों पर बनी 900 भारतीय सैनिकों की समाधियों की अच्छी तरह देखरेख करती है। वहां बच्चों की पाठ्य पुस्तकों में भी उस युद्ध का महिमामंडन किया गया है।