अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के रूख पर बोले गिरिराज सिंह, देश के हिंदुओं का सब्र टूट रहा है
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में सोमवार को दायर अपीलों की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगले साल जनवरी में एक उचित पीठ के सामने इस मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की सुनवाई जनवरी तक टाल दिए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, हिंदुओं का सब्र टूट रहा है। मुझे भय है कि हिंदुओं का सब्र टूटा तो क्या होगा? केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ने कहा कि श्रीराम हिंदुओं की आस्था की आधारशिला हैं।
मालूम हो कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय एक पीठ ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि के मालिकाना हक विवाद मामले में दायर दीवानी अपीलों को अगले साल जनवरी के पहले हफ्ते में एक उचित पीठ के सामने सूचीबद्ध किया जाएगा। सिंह ने कहा, कांग्रेस ने इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बनाने का फैसला किया है। हिंदुओं का धैर्य जवाब दे रहा है। मुझे भय है कि हिंदुओं का धैर्य जवाब देने पर क्या होगा।
मालूम हो कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के ख़िलाफ़ करीब 14 अपीलें दायर की गई हैं। चार दीवानी मुक़दमों में फैसला सुनाया गया था। हाईकोर्ट ने अयोध्या की 2.77 एकड़ ज़मीन को तीन पक्षों- सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला के बीच बराबर-बराबर बांटने का फैसला सुनाया था।
गिरिराज सिंह के बयान के बाद विपक्षी दलों ने उन पर हमला शुरू कर दिया है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में कहा, काहे बड़बड़ा रहे हैं फालतू का? किसी का सब्र नहीं टूटा है। ठेकेदार मत बनिए, हमसे बड़े हिंदू नहीं हैं आप? आपको चुनाव का डर है। ये मगरमच्छी रोना रोने से फुर्सत मिले तो युवाओं की नौकरी, विकास और जनता की सेवा की बात करिए। अपने दोस्त पलटूराम की तरह बेमतलब बिहारियों को बदनाम मत करिए।
हालांकि यह कोई पहली दफा नहीं है जब गिरिराज सिंह ने इस तरह का बयान दिया है। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को न पसंद करने वालों को पाकिस्तान जाने की नसीहत तक दे दी थी। गिरिराज ने रविवार को शशि थरूर के प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा, थरूर प्रधानमंत्री पर इस तरह की टिप्पणी कर सिर्फ़ उनका नहीं बल्कि देश के करोड़ों हिंदुओं का अपमान कर रहे हैं। अगर ये पाकिस्तान होता तो उनकी ज़ुबान चुप करा दी गई होती।