पहली बार LoC पारकर PoK में घुसी इंडियन आर्मी, आतंकी कैंपों को किया तहस-नहस
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : उड़ी हमले के 10 दिन बाद भारतीय सेना ने गुरुवार दोपहर बड़ा खुलासा किया। पहली बार लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पार की और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड्स को तबाह कर दिया।
हालांकि सेना ने तो आंकड़े नहीं बताए, लेकिन माना जा रहा है कि सर्जिकल कमांडो स्ट्राइक में तीन दर्जन से अधिक आतंकी मारे गए। सात आतंकी शिविरों को तबाह किए जाने की खबर मीडिया में बताई जा रही है। इस दौरान क्रॉस बॉर्डर फायरिंग में पाक आर्मी के भी 2 सैनिकों के मारे जाने की बात कही जा रही है। पाक सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि पाकिस्तानी सेना ने भी की है।
भारत के इस ऐलान के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि हम अमन चाहते हैं। भारत इसे हमारी कमजोरी न समझे। 45 साल में छठी बार ऐसा हुआ है कि हमारी सेना ने सीमाओं से परे जाकर ऐसी साहसिक कार्रवाई की है। सेना द्वारा आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए अचानक की गई इस कार्रवाई के बारे में घोषणा सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में दी। इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप भी मौजूद थे।
जनरल रणवीर सिंह ने कहा कि भारत ने सर्जिकल हमलों के बारे में जानकारी पाकिस्तानी सेना के साथ साझा की है। कार्रवाई इस ‘अत्यंत विशिष्ट सूचना’ के बाद की गई कि आतंकवादी नियंत्रण रेखा के पास डेरा डाल रहे हैं। सर्जिकल हमलों की अवधि या यह किस समय किए गए और किस स्थान पर किए गए इस बारे में जानकारी तत्काल साझा नहीं की गई है।
सिंह ने कहा, भारतीय सेना ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लांच पैडों पर सर्जिकल हमले किए। उन्होंने यह भी कहा कि इस सर्जिकल हमले के बाद भारत किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार है। जनरल सिंह ने कहा कि आतंकी शिविरों को भारी नुकसान पहुंचा है और अनेक आतंकी मारे गए हैं।
जनरल सिंह ने कहा, हम नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों को सक्रिय रहने की अनुमति नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को मार गिराने के लिए चलाया गया अभियान समाप्त हो गया है तथा फिलहाल आगे किसी और अभियान की योजना नहीं है। लेकिन साथ में यह भी कहा कि सशस्त्र बल आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर या भारत के किसी भी बड़े शहर पर कोई हमला करने की अनुमति नहीं दे सकते।
सिंह ने कहा कि हमले अत्यंत विशिष्ट और विश्वसनीय खुफिया सूचना मिलने के बाद किए गए कि आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर और भारत के कुछ बड़े शहरों में हमले करने के लिए घुसपैठ कराई जा रही है। इस हमले की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) की बैठक के तुरंत बाद की गई। बैठक में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरूण जेटली, सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग और सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) रणवीर सिंह भी मौजूद थे।
जनरल सिंह ने कहा कि हाल में भारत में घुसपैठ के 20 प्रयास किए गए। जीपीएस प्रणालियों पर पाकिस्तानी चिह्न थे तथा उनसे अन्य चीजें भी मिलीं। उन्होंने कहा कि पकड़े गए आतंकवादियों में से कुछ लोग पाकिस्तान के रहने वाले थे। उन्हें वहां प्रशिक्षण दिया गया था। सिंह ने कहा, ‘हमारे राष्ट्रपति के इस आग्रह के बावजूद कि पाकिस्तान 2004 में की गई अपनी उस प्रतिबद्धता का पालन करे कि वह भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अपनी जमीन या क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं होने देगा, घुसपैठ की घटनाओं या हमारे क्षेत्र में आतंकी हरकतों में कोई कमी नहीं आई।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यदि नुकसान सीमित हुआ है तो यह प्राथमिक तौर पर भारतीय सेना के प्रयासों की वजह से है जो कई स्तरीय घुसपैठ रोधी ग्रिड में तैनात हैं और उन स्थानों पर घुसपैठ के ज्यादातर प्रयास विफल कर दिए गए। जारी खतरे के मद्देनजर भारतीय सशस्त्र बल अत्यंत सतर्क हैं।’ सैन्य अभियान महानिदेशक ने कहा कि अभियान मुख्यत: यह सुनिश्चित करने के लिए थे कि ये आतंकवादी घुसपैठ करने और हमारे देश के नागरिकों के जीवन को नुकसान पहुंचाने के अपने नापाक इरादों में कामयाब न हो सकें।
डीजीएमओ ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक से बात की और उन्हें भारत की चिंताओं से अवगत कराया तथा बीती रात किए गए सर्जिकल अभियान का ब्योरा साझा किया। डीजीएमओ ने कहा, भारत के खिलाफ अपनी जमीन या क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं होने देने की पाकिस्तान द्वारा 2004 में की गई प्रतिबद्धता के अनुरूप हम उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तानी सेना अपने क्षेत्र से आतंकवाद को उखाड़ फेंकने के नजरिए से हमारा सहयोग करेगी।
जानिए! क्या होता है सर्जिकल स्ट्राइक
केंब्रिज डिक्शनरी के मुताबिक़ सर्जिकल स्ट्राइक एक सैन्य हमला होता है जो किसी ठिकाने पर किया गया हो. सर्जिकल शब्द मेडिकल के सर्जरी शब्द से आया है। सर्जिकल स्ट्राइक में छोटे हथियारों का प्रयोग किया जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे मशहूर उदाहरण शायद पाकिस्तान के ऐबटाबाद में चरमपंथी संगठन अल-क़ायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर हमला था।
सर्जिकल स्ट्राइक करने वाला पक्ष पहले अपने उद्देश्य, वक़्त और जगह को सीमांकित करता है और इसमें ताक़त का नियंत्रित तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। सर्जिकल स्ट्राइक दूसरे पक्ष के लिए संदेश जैसा होता है। ऐसा नहीं है कि भारत ने कोई पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक की हो। ये पहले भी हुआ है। लाइन ऑफ कंट्रोल पर दोनो पक्ष सीमित उद्देश्य के लिए सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं और जब वो खत्म हो जाता है तो दूसरे पक्ष को संदेश मिल जाता है।