इशारों-इशारों में अजित डोभाल समझा गए- अगले 10 साल तक मोदी सरकार को बनाए रखना जरूरी क्यों
डोभाल ने कहा- अगले 10 वर्षों के लिए देश को मजबूत और निर्णायक सरकार की जरूरत, कमजोर गठबंधन देश के लिए खतरनाक
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इशारों-इशारों में कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों के महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत को अगले 10 साल तक मजबूत, स्थायी और निर्णायक सरकार की जरूरत है। कमजोर गठबंधन देश के लिए बेहद नुकसान पहुंचाने वाला होगा। उन्होंने कहा कि भारत अगले कुछ सालों तक सॉफ्ट पावर नहीं हो सकता, क्योंकि इसे कठोर फैसले लेने के लिए मजबूर किया जाएगा।
नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित सरदार पटेल मेमोरियल लेक्चर में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने गुरुवार को करीब 60 मिनट के अपने भाषण में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। डोभाल ने कहा कि यदि हमें बड़ी शक्ति बनना है तो देश को आर्थिक तौर पर और मजबूत होना होगा। इसे वैश्विक स्तर पर मजबूत प्रतियोगी की भूमिका में आना होगा और यह तभी संभव है जब हम तकनीकी तौर पर आगे होंगे। उन्होंने कहा, 'लोकप्रिय फैसलों को देश के जरूरत वाले फैसलों पर प्राथमिकता नहीं देनी चाहिए। यह एक तरह का प्रलोभन है कि आप एक चीज लेते हैं या राष्ट्रीय हित के फैसले लेने से बचते हैं। हो सकता है कठिन फैसले देश के लोगों को कुछ समय के लिए थोड़ा दर्द दें।
डोभाल ने कहा, फर्ज़ी और झूठी कहानियों से जातीय, नस्ली हिंसा और दंगे फैलते हैं। फर्ज़ी और झूठी कहानियां देश को बहुत दुर्बल बना सकती हैं। उन्होंने कहा, हम पर जनता के प्रतिनिधियों का नहीं, उनके द्वारा बनाए गए कानूनों का शासन है, इसलिए कानून का राज़ बेहद अहम है। डोभाल ने कहा, लोकप्रिय कदमों को राष्ट्रहित से ऊपर नहीं रखा जाना चाहिए। कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हमारे लिए संकट है, सो, देश को उसका सामना करना ही होगा।
चीन का उदाहरण देते हुए डोभाल ने कहा, देखिए! कैसे चीन की अलीबाबा और उस जैसी कंपनियां इतनी बड़ी बन गई, चीन की सरकार ने उन्हें कितना सहयोग किया है। हम भी चाहते हैं कि भारत की प्राइवेट सेक्टर कंपनियां अपना बेहतर प्रदर्शन करें और भारतीय रणनीतिक हित को प्रमोट करें। देश के प्रशासनिक तंत्र के बारे में उन्होंने कहा कि शासन जनप्रतिनिधियों द्वारा नहीं होता है, बल्कि उनके बनाए गए कानूनों के द्वारा होता है। इसलिए कानून का शासन अत्यंत महत्वपूर्ण है।