बैंकों के एनपीए को लेकर कांग्रेस पर बरसी स्मृति ईरानी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड केस और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के बयान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी भाजपा के निशाने पर है। मंगलवार को दोनों मामलों का हवाला देते हुए भाजपा ने कहा कि इससे कांग्रेस के भ्रष्टाचार का साफ पता चलता है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रघुराम राजन ने संसद की प्राक्कलन समिति को बताया सबसे अधिक बैड लोन 2006-2008 के बीच दिया गया था। दरअसल रघुराम राजन ने बैंकों के अधिक नॉन परफॉर्मिंग ऐसेट्स (एनपीए) के लिए बैंकर्स और आर्थिक मंदी के साथ फैसले लेने में यूपीए-एनडीए सरकार की सुस्ती को भी जिम्मेदार बताया है। ईरानी ने कहा, अगर राजन की इस बात को मानें कि सबसे अधिक बैड लोन 2006-2008 के बीच दिया गया तो इससे साबित होता है कि बैंकों के एनपीए के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है।
ईरानी ने नेशनल हेराल्ड केस में भी राहुल गांधी से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि 2010 में राहुल एक कंपनी बनाते हैं। इसके बाद 2011 में एसोसिएटेड जनरल को खरीदा जाता है जिसके पास नेशनल हेराल्ड जैसे कांग्रेस के मुखपत्र प्रकाशित करने का अधिकार था। राहुल ने 90 करोड़ का लोन 50 लाख में खरीद लिया। इसके बाद राहुल का एक पत्रकार को दिया गया बयान कि उनकी कंपनी का अखबार प्रकाशित करने की कोई योजना नहीं है, चौंकाने वाला था। ईरानी ने पूछा तो राहुल इस कंपनी क्या करते, इसका जवाब दें।
एसोसिएटेड जनरल का देश के कई शहरों दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और हरियाणा जैसे राज्यों में संपत्तियां हैं। इस लोन को खरीदने के बाद राहुल एसोसिएटेड जनरल में 99 फीसदी के मालिक बनते हैं। इस कंपनी के अभी देश में हजारों करोड़ की संपत्ति है। गौरतलब है कि सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने 2011-12 के अपने कर निर्धारण की फाइल दोबारा खोले जाने को चुनौती दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने साफ कहा कि आयकर विभाग के पास यह अधिकार है कि वह टैक्स संबंधी कार्यवाही को फिर से शुरू कर सकता है।