धोखाधड़ी और 354 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले में कमल नाथ के भांजे रतुल पुरी को ED ने किया गिरफ्तार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर राजनीतिक शिकंजा कसते हुए उनके भांजे व मोजर बेयर के पूर्व कार्यकारी निदेशक रतुल पुरी को सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दायर 354 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है।
मालूम हो कि रतुल पुरी अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर घोटाले की जांच के दायरे में भी हैं। लेकिन ईडी ने उन्हें बैंक घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है। इससे पहले ईडी ने अदालत में ये बात भी कही थी कि रतुल पुरी अगस्ता वेस्टलैंड के मामले में जांच से बच रहे हैं। हालांकि पुरी ने अपने खिलाफ गैर जमानती वारंट रद्द करने के लिए कोर्ट में याचिका भी दायर की थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी ने यह कार्रवाई केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा रतुल पुरी, उनकी कंपनी, उनके पिता व प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, निदेशकों नीता पुरी (रतुल की मां और कमलनाथ की बहन), संजय जैन और विनीत शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार के आरोप में मामला दर्ज करने के तीन दिन बाद की है।
मोज़र बेयर ने रतुल पुरी के गिरफ्तार किए जाने पर अपने बयान में कहा है, उनका ईडी द्वारा गिरफ्तार किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। मोजर बेयर ने भारतीय कानून का अनुपालन का ध्यान रखते हुए काम किया है और अब यह मामला नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में हैं और यह पूरी तरह से दुर्भावना से प्रेरित है।
सीबीआई ने रविवार को आरोपी निदेशकों के आवासों और कार्यालयों सहित छह स्थानों पर तलाशी भी ली थी। बैंक ने एक बयान में कहा था कि रतुल ने 2012 में कार्यकारी निदेशक के पद से इस्तीफा दे दिया था, जबकि उनके माता-पिता बोर्ड में बने रहे। कंपनी सीडी, डीवीडी, सॉलिड स्टेट स्टोरेज डिवाइस जैसे ऑप्टिकल स्टोरेज मीडिया के निर्माण में शामिल है।