लालू की रैली में शिरकत करेंगे शरद, जेडीयू से निकाला जाना तय
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली/पटना : जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद यादव का अपनी ही पार्टी से निकाला जाना अब लगभग तय माना जा रहा है। वह इसलिए क्योंकि चेतावनी के बावजूद 27 अगस्त को राष्ट्रीय जनता दल की पटना के गांधी मैदान में होने वाली 'भाजपा भगाओ देश बचाओ' रैली में शरद यादव शिरकत करेंगे। शरद के रैली में शिरकत करने की पुष्टि शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव के दफ्तर से की गई। लालू ने उन सभी नेताओं की लिस्ट जारी की है जिनका उनकी रैली में आने का कार्यक्रम तय हो चुका है।
लालू द्वारा जारी की गई लिस्ट में जिन राजनेताओं के आने की पुष्टि की गई है उनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद शरद यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और डॉक्टर सीपी जोशी, एनसीपी सांसद तारिक अनवर, सीपीआई नेता सुधाकर रेड्डी, सीपीएम नेता डी. राजा, आरएलडी नेता जयंत चौधरी शामिल हैं।
शरद गुट पहुंचा चुनाव आयोग, जेडीयू पर किया दावा
जनता दल यू के बागी नेता और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव के खेमे ने चुनाव आयोग में जाकर पार्टी के ऊपर अपना दावा किया है। शरद गुट ने कहा कि वे ही असली जेडीयू पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं और राष्ट्रीय परिषद के ज्यादातर सदस्य उनके साथ हैं। इससे एक दिन पहले नीतीश कुमार खेमे की ओर से शरद यादव को चेतावनी दी गई थी। पत्र में उनसे रविवार को पटना में होने वाली राष्ट्रीय जनता दल की रैली में शामिल नहीं होने के लिए कहा गया था। यह भी कहा गया था कि यदि वे इसमे शामिल होते है तो वे पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ काम करेंगे। शरद यादव ने इससे पहले कहा था कि वे राजद की रैली में शामिल होंगे और इसके लिए वह शनिवार को पटना के लिए रवाना होंगे। शरद यादव के एक करीबी सहयोगी और पार्टी के पूर्व महासचिव अरुण श्रीवास्तव ने पत्रकारों को बताया कि उनके गुट ने चुनाव आयोग को बताया है कि ज्यादातर पार्टी कार्यकर्ता, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और राज्यों के अध्यक्ष उनके साथ हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि केवल एक राज्य बिहार में पार्टी के विधायक और सांसद नीतीश कुमार के साथ हैं जबकि पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले महीने महागठबंधन से अलग होने के बाद भाजपा के साथ गठबंधन करके नई सरकार बना ली थी और यह बात शरद यादव को काफी नागवार गुजरी। हाल में कई मौकों पर शरद यादव ने न केवल नीतीश कुमार के फैसले को गलत ठहराया बल्कि उन पर 2015 के जनादेश का अपमान का आरोप भी लगाया। ऐसे में जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर शरद यादव ने लालू की रैली में शिरकत की तो उसी दिन उनका पार्टी से निकाला जाना तय है। लेकिन शरद यादव ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में साफतौर पर कहा कि वह आरजेडी की रैली में हर हाल में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि यह आरजेडी की नहीं महागठबंधन की रैली है।
जनता दल यू के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता केसी त्यागी ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव को पत्र लिखकर कहा है कि अखबारों में आरजेडी की रैली में आपके शामिल होने का बयान पढ़कर आश्चर्य और दु:ख हुआ क्योंकि आरजेडी ने इस रैली का आयोजन अपने परिवार के लोगों के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए किया है। इस रैली में आपकी उपस्थिति से निश्चित होगा कि आपने न सिर्फ उच्च आदर्शों और सिद्धांतों के खिलाफ आचरण किया है बल्कि स्वेच्छा से जेडीयू का त्याग भी कर दिया है। अफसोस है कि आप पटना में ही समानांतर पार्टी विरोधी गतिविधियां संचालित करते रहे और आपने पार्टी के मंच को अपनी बात रखने का उपयुक्त मंच नहीं माना। ऐसे में आशा है कि आप नीति, सिद्धांत और आदर्शों को प्राथमिकता देते हुए भ्रष्टाचार बचाने के नाम पर आयोजित आरजेडी की रैली में शामिल होने से परहेज करेंगे।