अरनब ने रिपब्लिक पर खोला राज; जेल में बंद बाहुबली शहाबुद्दीन से बतियाते थे लालू
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और जेल में बंद पूर्व सांसद व बाहुबली राजद नेता शहाबुद्दीन के बीच फोन पर हुई बातचीत का एक निजी टीवी न्यूज चैनल (अरनब गोस्वामी की रिपब्लिक टीवी) द्वारा खुलासा किए जाने के बाद सियासत गरमा गई है।
रिपब्लिक टीवी की शनिवार को लांचिंग पर अरनब गोस्वामी ने पहले दिन पहले शो में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर खुलासा किया। अरनब ने अपने शो में लालू यादव और माफिया डॉन मोहम्मद शहाबुद्दीन (आरजेडी के पूर्व सांसद) के बीच रिश्तों का खुलासा किया। रिपब्लिक द्वारा जारी किए गए टेप्स में खुलासा किया गया है कि लालू प्रसाद यादव फोन पर शहाबुद्दीन के साथ बात कर रहे हैं, जिसमें दोनों के बीच अप्रैल 2016 में हुए दंगों को लेकर चर्चा हुई। बातचीत का ब्यौरा कुछ इस प्रकार से है...
लालू- हैलो
शहाबुद्दीन- प्रणामलालू- हां बोलो
शहाबुद्दीन- सीवान का कुछ खबर ले लीजिएलालू- सीवान? मीरगंज की घटना का तो सुना हूं
शहाबुद्दीन- सीवान में हालात ज्यादा खराब हैं। उस दिन मैंने कहा था वह 'छातावाला' की गलती से, आज नौवीं था, पुलिस का डेप्युटेशन किया जाना चाहिए था।लालू- नहीं किया था?
शहाबुद्दीन- नहीं नहीं कुछ नहीं.. आपका एसपी किसी काम का नहीं है। इन सबको हटाइए, नहीं तो ये सब दंगा करवा देंगे।लालू- आज कुछ हुआ है?
शहाबुद्दीन- हां, मुझे पता चला है कि गोली भी चली है पुलिस की तरफ से।लालू- अरे! कहां पर?
शहाबुद्दीन- नवलपुर में ईंट-पत्थर चला था, लेकिन अभी विधायक जी बात कर रहे थे, तो उन्हें लोगों ने बताया कि वहां गोली भी चली है. पुलिस फायरिंग में..लालू- कहां पर?
शहाबुद्दीन- पता कर लीजिए।
लालू- एसपी को फोन लगाओ तो...
मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा निशाना साधा है, वहीं सत्ताधारी नेता अभी खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश पर हमला बोलते हुए लिखा, 'एक निजी चैनल ने यह साफ कर दिया है कि लालू, माफिया से नेता बने शहाबुद्दीन से कैसा निर्देश ले रहे हैं। क्या नीतीश कुमार कार्रवाई करेंगे?'
मोदी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, शहाबुद्दीन अभी भी राजद का सदस्य है, उसे लालू ने पार्टी से निलंबित क्यों नहीं किया? उन्होंने एक अन्य ट्वीट में आगे लिखा है कि बिहार के मंत्री अब्दुल गफूर और सिद्दीकी ने सीवान जेल में जाकर शहाबुद्दीन से मुलाकात की, इस बारे में भी राज्य सरकार चुप क्यों है? उन्होंने केंद्र सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा, इस ऑडियो के आने से साबित हो गया है कि राज्य में अपराधियों के संरक्षण में सरकार चल रही है। इस मामले में केंद्र को हस्तक्षेप करना चाहिए। मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की भी मांग की है। इधर, जनता दल (यू) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि ऑडियो की सच्चाई जानने के बाद ही वह इस मामले पर कोई बयान देंगे। अभी इस बारे में कुछ टिप्पणी करना सही नहीं है।
उल्लेखनीय है कि एक निजी चैनल ने लालू प्रसाद और शाहबुद्दीन के बीच बातचीत का कथित ऑडियो टेप प्रसारित किया है। इसमें दो लोगों की आवाज आ रही है। दावा किया जा रहा है कि एक आवाज लालू प्रसाद और दूसरी शाहबुद्दीन की है। ऑडियो में शाहबुद्दीन, लालू प्रसाद को सीवान के एक पुलिस अधिकारी को हटाने की बात कर रहा है। ऑडियो में शाहबुद्दीन कहता है कि रामनवमी के दिन सीवान में पुलिस तैनात नहीं होनी चाहिए थी।