लंदन में पत्रकारों ने पूछा, आपके पास गांधी सरनेम के अलावा क्या है तो राहुल ने दिया ये जवाब
सत्ता विमर्श डेस्क
नई दिल्ली : जर्मनी दौरे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों लंदन में हैं। राहुल गांधी को अक्सर इस बात की आलोचना का सामना करना पड़ता है कि उनके पास एक संपन्न पृष्ठभूमि के अलावा कुछ नहीं है। ब्रिटेन में भी इस सवाल ने राहुल का पीछा किया। यहां राहुल गांधी से सवाल किया गया कि उनके पास गांधी सरनेम के अलावा और क्या है? इस पर राहुल ने कहा कि उन्हें सुने बिना किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने ब्रिटेन के पत्रकारों से कहा कि उनकी 'क्षमता' के आधार पर उनके बारे में कोई राय बनानी चाहिए, ना कि उनके परिवार की 'निंदा' कर के।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'आखिर में यह आपकी इच्छा है। क्या आप मेरे परिवार की निंदा करेंगे या आप मेरी क्षमता के आधार पर मेरे बारे में कोई राय बनाएंगे... यह आपकी पसंद है। यह आप पर निर्भर करता है, मुझ पर नहीं।' ब्रिटेन यात्रा पर गए राहुल गांधी ने कहा कि 'मेरे पिता के प्रधानमंत्री बनने के बाद से मेरा परिवार सत्ता में नहीं रहा। यह चीज भूली जा रही है। राहुल ने कहा 'दूसरी बात, 'हां, मैं एक परिवार में पैदा हुआ हूं... लेकिन मैं जो कह रहा हूं उसे सुनें, मुद्दों के बारे में मुझसे बात करें, विदेश नीति, अर्थशास्त्र, भारत का विकास, कृषि पर, खुलेआम और स्वतंत्र रूप से मुझसे बात करें। मुझसे जो भी प्रश्न पूछना चाहते हैं, वह पूछें और फिर इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मैं क्या हूं।'
लंदन में शनिवार को भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा कि पीएम मोदी किसी सवाल का जवाब नहीं देते। उन्होंने एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए कहा, क्या प्रधानमंत्री मोदी ने कभी सामने आकर सवालों के जवाब दिए। मैं रिस्क लेता हूं और गलती कर सकता हूं, लेकिन मैं सीख सकता हूं क्योंकि मेरे लिए रिस्क की तुलना में बात करना बेहद अहम है। खुद को भारत के अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, फिलहाल मैं इस बारे में नहीं सोच रहा हूं। मैं खुद को एक वैचारिक लड़ाई लड़ने वाले के रूप में देखता हूं। यह बदलाव मेरे अंदर 2014 के बाद आया। मुझे महसूस हुआ कि जिस तरीके से देश में घटनाएं हो रही हैं, उससे भारत और भारतीयता पर खतरा मंडराने लगा। मैं इसी के खिलाफ वैचारिक लड़ाई लड़ रहा हूं। मैं भारतीय संस्थाओं को बचाए रखने की वकालत करता हूं।
राहुल गांधी ने डोकलाम पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, चीनी सैनिक अभी भी डोकलम में मौजूद हैं और वहां बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का निर्माण कर चुके हैं। हमारे प्रधानमंत्री हाल ही में चीन गए, लेकिन वहां उन्होंने डोकलाम पर चर्चा नहीं की। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, कोई आपके यहां घुस आया है और आपके चेहरे पर थप्पड़ मारता है और आपके पास चर्चा के लिए कोई एजेंडा नहीं है। अगर उन्होंने इस पर सावधानी से नजर रखी होती तो वे इसे रोक सकते थे। मोदी सरकार भले ही यह दावा करे कि चीन ने डोकलाम से अपनी सेना हटा ली है, लेकिन सच्चाई इसे विपरित है।
विदेश मामलों को लेकर एक बार फिर पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय विदेश मंत्रालय से किसी तरह का फीडबैक नहीं लेते। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अनदेखी कर रहे हैं। वह उनके साथ कभी किसी तस्वीर तक में नहीं दिखाई देतीं। सुषमा स्वराज एक पूरी तरह से सक्षम महिला हैं, लेकिन उनका सही इस्तेमाल नहीं किया जा रहा। उन्हें लगातार अपमानित किया जा रहा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि क्या किसी विदेश मंत्री का काम सिर्फ वीजा बनवाने तक ही सीमित रहता है।
तीन तलाक के मुद्दे पर पूछे गए एक पत्रकार के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, तीन तलाक पर हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है और हमें इसे अपराध घोषित करने को लेकर समस्या है, इसके बावजूद हम इसमें रूकावट पैदा नहीं कर रहे हैं। इस दौरान आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में गठबंधन के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि हम गठबंधन के साथ चुनाव में जाएंगे, लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है।