राहुल ने मनमोहन को बताया राजनीतिक गुरु
सत्ता विमर्श ब्यूरो
संगरूर (पंजाब) : दागी नेताओं को बचाने के लिए लाए गए सरकारी अध्यादेश को 'बकवास' कह कर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को परेशानी में डालने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को उनकी सराहना की। राहुल ने कहा कि उन्होंने देश के लिए जो कुछ किया वह किसी और ने नहीं किया। पंजाब के इस कस्बे में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'राजनीति में मेरे दो गुरु हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह। पंजाब ने इनमें से एक गुरु दिया है।'
हाल ही में दागी जनप्रतिनिधियों को अयोग्यता से बचाने के लिए मनमोहन सिंह सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश को 'बकवास' और 'फाड़कर फेंकने लायक' कहकर सनसनी पैदा करने वाले राहुल ने कहा, 'अध्यादेश (विवाद) पर मैंने प्रधानमंत्री के साथ मजाक किया था और मैंने उन्हें अपने दिल की बात बताई थी। मैंने उन्हें बताया कि हमने उनसे क्या सीखा है।' कांग्रेस उपाध्यक्ष की टिप्पणी से आहत मनमोहन सिंह सरकार को अध्यादेश वापस लेने पर विचार करना पड़ा।
राजनीति में स्पष्ट मंशा और चेतना की जरूरत को रेखांकित करते हुए राहुल ने कहा, 'मनमोहन सिंह की मंशा बिलकुल स्पष्ट है। जैसे विकास के कार्य प्रधानमंत्री द्वारा किए गए हैं वैसा किसी ने भी नहीं किया।' पंजाब को और ज्यादा विकास की जरूरत का उल्लेख करते हुए राहुल ने कहा, 'पंजाब पूरे देश को रोटी खिलाता है। पंजाब के बगैर देश खड़ा नहीं हो सकता।'
कांग्रेस नेता ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार ने आम आदमी को सबल बनाया है। इस दिशा में उन्होंने सूचना प्राप्त करने का अधिकार (आरटीआई), ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून और खाद्य सुरक्षा कानून का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि संप्रग सरकार ने 2004 में सत्ता में आने के बाद से विकास का ढांचा बदला।
अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस की पंजाब इकाई के परस्पर विरोधी नेता गुरुवार को राहुल के मंच पर एकजुट नजर आए। सभी गुटों के नेताओं ने राहुल के साथ मंच साझा किया। चंडीगढ़ से 130 किलोमीटर दूर इस कस्बे में आयोजित रैली में पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंदर सिंह और राजिंदर कौर भट्ठल, प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील कुमार जाखड़ और पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ व अन्य मौजूद थे।