मनमोहन बने सूरत के व्यापारियों के दर्द-ए-दास्तान की जुबान
सत्ता विमर्श ब्यूरो
सूरत: गुजरात विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करने देश के पूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनमोहन सिंह सूरत में व्यापारियों से रूबरू हुए। इस दौरान अपने सरल स्वभाव को लेकर पहचाने जाने वाले मनमोहन ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर सूरत के व्यापारियों के दर्द की दास्तान अपने शब्दों में जाहिर की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तंज भी कसा।
शनिवार दोपहर गुजरात के सूरत में व्यापारियों से मुलाक़ात की। उन्होंने इस मौके पर मोदी सरकार के नोटबंदी और जीएसटी लागू करने के फैसले पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, "लोगों के जज़्बे को सलाम जो उन्होंने काले धन को ख़त्म करने के लिए दर्द लेना मंज़ूर किया लेकिन जल्द ही ये पता चल गया कि काला धन वापस अर्थव्यवस्था में आ गया है।"
मनमोहन सिंह ने कहा कि जीएसटी लागू करने से पहले किसी ने सूरत के व्यापारियों से नहीं पूछा गया कि आपका धंधा आख़िर चलता कैसे है। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री खुद गुजरात से हैं और उनका दावा है कि गरीब को बेहतर समझते हैं, लेकिन उन्होंने ये समझने की कोशिश ही नहीं की कि उनके फ़ैसलों से आप पर क्या असर पड़ेगा।" नोटबंदी पर सिंह बोले- बड़े दुख के साथ कहता हूं कि 8 नवंबर का दिन देश की इकोनॉमी और डेमोक्रेसी के लिए काला दिन है।
मनमोहन सिंह ने कहा, "काले धन के ख़िलाफ़ उनकी मुहिम ने हर किसी को शक़ के दायरे में ला खड़ा किया लेकिन असल दोषी का पता तक नहीं चला।" पूर्व प्रधानमंत्री ने सूरत के कपड़ा मिलों की समस्या के बारे में कहा कि लोगों ने मोदी के 'अच्छे दिन' के सपने पर यकीन कर उन्हें वोट दिया। बदले में उन सभी के सपने टूट गए, सूरत में 89,000 कपड़ा मशीनों को रद्दी के भाव बेचना पड़ा और 31,000 कामगारों पर इसका सीधा असर पड़ा।
मनमोहन सिंह ने कहा वो मानते हैं कि जिन दो बड़ी समस्याओं से देश जूझ रहा है वो हैं- काला धन और आयकर में चोरी। लेकिन वो मानते हैं कि इससे निपटने के लिए नोटबंदी लागू करना सही कदम नहीं था। उनका कहना था कि नोटबंदी का असर सीधे तौर पर जीडीपी पर पड़ा है। साल 2017-18 की पहली तिमाही में जीडीपी के विकास दर का आंकड़ा 5.7 फीसद तक गिरा। बाद में जुलाई-सितंबर की तिमाही में यह बढ़कर 6.3 तक पहुंचा जो स्वागतयोग्य है।
जब उनसे पूछा गया कि नरेंद्र मोदी की तरह अपना बैकग्राउंड क्यों नहीं बताते? इस पर पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ''मैं नहीं चाहता कि मेरे सादगीभरे बैकग्राउंड के कारण देश में कोई रहम दिखाए। कम से कम इस मामले में मैं नरेंद्र मोदी के साथ कोई कॉम्पीटिशन नहीं चाहता हूं।''
मनमोहन सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल के दिखाए रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस की कोशिश होगी कि गुजरात के सभी तबकों की आवाज़ को महत्व मिले। उनका कहना था कि गुजरात के 6.5 करोड़ लोगों के भरोसे के साथ कांग्रेस भविष्य में भी इस प्रदेश को नई ऊंचाई तक लेकर जाएगी। मोदी ने गुजरात चुनाव कैंपेन में कांग्रेस के अंदर सरदार पटेल की उपेक्षा और सोमनाथ मंदिर को लेकर पंडित नेहरू पर सवाल उठाए थे।