देश में कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं मोदी: राजनाथ
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी देश के किसी भी कोने से चुनाव लड़ सकते हैं और इसका फैसला खुद उन्हें ही करना है। राजनाथ ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, नरेंद्र मोदी भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं और उनकी लोकप्रियता को देखते हुए अब ये उनको खुद तय करना है कि वह कहां से चुनाव लड़ेंगे।
मोदी के विवादित बयान 'पहले शौचालय फिर देवालय' पर मचे बवाल पर सफाई देते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के बयान पर स्थिति साफ करना चाहता हूं। देवालय आस्था का प्रतीक है और शौचालय मूल आवश्यकता है। क्या पार्टी अपने दम पर 272 का आंकड़ा हासिल कर लेगी के सवाल पर सिंह ने मोदी को देश का सबसे लोकप्रिय नेता बताते हुए कहा कि देश में मोदी की लहर चल रही है। उन्होंने इस लहर की बदौलत लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत हासिल करने का दावा करते हुए कहा कि इस बार करिश्मा होने जा रहा है। जो पिछले चुनाव को देखते हुए आंकलन कर रहे हैं, वे चूक जाएंगे। अपने दम पर इस बार हम 272 का आंकड़ा पार करेंगे।
मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार अभी से घोषित करने को लेकर वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी की नाराजगी पर उन्होंने कहा, आडवाणी जी पार्टी के मार्गदर्शक हैं। वे हमारे नेता हैं और सरंक्षक भी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को लेकर कोई भी फैसला लेने का अधिकार आडवाणी जी के ही पास है और रहेगा।
सिंह ने इस बात से इनकार किया कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार फिर से बनेगी और दिल्ली और राजस्थान में भी भाजपा सरकार बनाने जा रही है। दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के लिए चुनाव से पहले उम्मीदवार घोषित करने के बारे में उन्होंने कहा कि इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। हमने रणनीति के तहत दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला नहीं लिया है। कई बार हम रणनीति के तहत फैसला लेते हैं और कई बार नहीं लेते हैं।
आम आदमी पार्टी (आप) के बढ़ते प्रभाव से इनकार करते हुए उन्होंने कहा कि कहीं कुछ नहीं है। सिंह ने भाजपा को धर्मनिरपेक्ष तथा समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस को सांप्रदायिक करार देते हुए कहा कि कांग्रेस ने साम्प्रदायिक कटुता बढ़ाने का काम किया है। भाजपा इंसाफ और इंसानियत के आधार पर राजनीति करती है। मोदी के शासनकाल में गुजरात में एक दंगा हुआ, जबकि कांग्रेस के राज में सैकड़ों दंगे हुए। सपा अपने को धर्मनिरपेक्ष कहती है, लेकिन जब जब उसकी सरकार आती है, उत्तर प्रदेश में दंगे क्यों होते हैं।
मुजफ्फरनगर में भाजपा विधायक की दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तारी पर सिंह ने कहा कि दंगा भड़काने में भाजपा के विधायक का कोई हाथ नहीं है। सपा सरकार अपना चेहरा छिपाने के लिए कुछ भी कर सकती है। सपा ने दंगे कराये और उसका काम देश की जनता की आंखों में धूल झोंकना है।