नेहरू मेमोरियल से प्रताप भानु मेहता का इस्तीफा, अरनब गोस्वामी समेत चार को मिली जगह
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार ने नई दिल्ली में नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) में चार नए सदस्यों की नियुक्ति की है, जिनमें रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी का नाम भी शामिल है। नए सदस्यों का कार्यकाल 26 जुलाई 2020 तक या फिर अगले आदेश तक बना रहेगा। केंद्र सरकार नेहरू मेमोरियल संग्रहालय की जगह सभी प्रधानमंत्रियों के लिए एक संग्रहालय बनाने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला भी रख दी है।
जानकारी के मुताबिक, सरकार द्वारा अर्थशास्त्री नितिन देसाई, प्रो. उदय मिश्रा और ब्यूरोक्रेट्स रहे बीपी सिंह को कार्यमुक्त किया गया है, वहीं शैक्षणिक संस्थान से जुड़े प्रताप भानु मेहता ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया जिसे स्वीकार कर लिया गया है। सरकार ने खाली हुए इन पदों पर नव-नियुक्त सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया है। सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार, अरनब गोस्वामी के अतिरिक्त इन पदों पर वरिष्ठ पत्रकार व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय, पूर्व विदेश सचिव एस. जयशंकर, भाजपा सांसद व भारतीय काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धि का नाम शामिल है।
मालूम हो कि प्रताप भानु मेहता नेहरू मेमोरियल के कार्यकारी समिति के सदस्य थे। उन्होंने राजनीति दबाव का कारण बताकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। अरनब गोस्वामी मेहता की जगह लेंगे। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नेहरू मेमोरियल के संबंध में केंद्र सरकार के रवैये को लेकर तीनों पूर्व सदस्य- नितिन देसाई, प्रो. उदयन मिश्रा और बीपी सिंह काफी आलोचनात्मक रुख़ रखते थे। देसाई और सिंह ने नेहरू मेमोरियल की जगह सभी प्रधानमंत्रियों के लिए बनाए जा रहे संग्रहालय के विरोध में खुलकर अपने विचार रखे थे।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछली जनरल मीटिंग में बीपी सिंह ने कहा था, सभी प्रधानमंत्रियों के लिए संग्रहालय के नाम और अवधारणा से मुझे समस्या है। अगर सभी प्रधानमंत्रियों के लिए संग्रहालय बनाया जाएगा तो राज्यों से सभी मुख्यमंत्रियों का संग्रहालय बनाने की मांग भी उठ सकती है, क्योंकि वे सभी राज्य के नेता हैं। नितिन देसाई भी तीन मूर्ति इस्टेट स्थित संग्रहालय में बदलाव से सहमत नहीं थे। उन्होंने सवाल उठाया था कि क्या इस परियोजना का नेहरू संग्रहालय में बनाया जाना ज़रूरी है। उन्होंने कहा था कि नेहरू मेमोरियल में सभी प्रधानमंत्रियों का संग्रहालय बनाया जाना बिन बुलाए विवादों को जन्म देना है।