मिशन 2019: मोदी ने पंजाब में किसानों के बीच गाई MSP गाथा
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मलोट(पंजाब): 2019 के आम चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य का गुणगान कर किसानों के दिल जीतने की कोशिश में जुट गई है। ऐसा ही एक प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के मलोट में 'किसान कल्याण रैली' को संबोधित कर किया। क्योंकि बात किसान हित से ज्यादा साधने की राजनीति की है सो, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को निशाने पर लिया। खरीफ की फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित करने के बाद पहली बार उन्होंने कोई सभा संबोधित की।
एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद और वंशवाद का आरोप लगाया। कहा कि कांग्रेस ने 70 सालों तक किसानों की नहीं बल्कि अपने परिवार की चिंता की है। उन्होंने कहा कि कैसे भी स्थिति रही हो देश के किसान ने कभी मेहनत करने में कमी नहीं रखी लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनकी सरकारों ने कभी किसानों की इज्जत नहीं की कभी उसको मान नहीं दिया।
मोदी यहीं नहीं रूके बल्कि उन्होंने कांग्रेस पर किसानों के साथ धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया। कहा- उन्होंने कांग्रेस को धोखा दिया कभी किसानों के सशक्तिकरण के लिए कार्य नहीं किया सिर्फ उन्हें वोट बैंक ही समझती रही। पंजाब ने हमेशा प्रेरित करने का काम किया है। आज भी देश नहीं बल्कि दुनिया का कोई भी कोना ऐसा नहीं है जहां पंजाब का व्यक्ति न हो और वह अपने परिश्रम से लोहा न मनवा रहा हो... मलोट में आज किसानों का कुंभ लगा है, मैं आप सबको सर झुकाकर नमन करता हूं। पंजाब के किसानों ने उत्पादन के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इस बार फिर से सारे रिकॉर्ड टूटने की संभावना है।
एमएसपी पर अपनी पीठ थपथपाते हुए पीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने MSP का अपना वादा पूरा किया है, लागत का डेढ़ गुणा मूल्य सुनिश्चित करने का काम किया है। और जब से सरकार ने ये फैसला लिया है, तबसे देश के किसान की एक बहुत बड़ी चिंता दूर हुई है। उसको विश्वास है कि जो निवेश उसने किया है, जो श्रम लगाया है उसका फल उसे मिलेगा।
हमारी सरकार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश में अभी तक 15 करोड़ से ज्यादा सोल हेल्थ कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। लेकिन कांग्रेस और उनके सहयोगियों की नींद उड़ गयी है। देश के किसान चैन से सो जाए ये कांग्रेस पार्टी को मंजूर नहीं है।
उन्होंने कहा कि बीज से बाजार तक एक व्यापक रणनीति के तहत कार्य किया जा रहा हैं, फसल की तैयारी से लेकर बाजार में बिक्री तक आने वाली हर समस्या के समाधान के लिए एक के बाद एक कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम आय दोगुनी करने के लिए सिर्फ कृर्षि पर ही नहीं निर्भर रह सकत हैं हम दूध उत्पादन, मछली उत्पादन अन्य उत्पादनों के लिए भी सरकार किसानों का सहयोग करेगी।
मोदी ने किसानों की सेहत को लेकर भी फिक्र दिखाई कहा- आप स्वास्थ्य को देखते हुए पराली को न जलाएं ताकि धुएं से प्रदूषण न हो। इस धुएं से गंभीर बीमारी होती है...राज्य सरकार को भी किसानों की चिंता नहीं है। केन्द्र के प्रयासों की सराहना करते हुए मोदी ने कहा- किसान की फसल बर्बाद ना हो इसके लिए प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना चल रही है। देश भर में नए गोदाम बनाए जा रहे हैं, फूड पार्क बनाए जा रहे हैं। पूरी सप्लाई चेन को मजबूत किया जा रहा है और ये सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसान को उसकी फसल नष्ट होने की वजह से नुकसान न उठाना पड़े। उन्होंने कह कि गांव का गौरव और किसानों के सम्मान को फिर से स्थापित करने की दिशा में हम निरंतर आगे बढ़ रहें है।
दरअसल, मिशन 2019 के लिए जमीन तैयार करना और एमएसपी इस रैली का खास मकसद है। रैली का प्रभाव ज्यादा से ज्यादा इलाकों तक पहुंचे, इसी को देखते हुए मलोट को चुना गया है। दक्षिणी पंजाब के मलोट में मोदी के रैली करने का लक्ष्य भाजपा के लिए पंजाब में किसान वोट बैंक हासिल करना है। क्योंकि सरकार द्वारा हाल ही में एमएसपी को लेकर की गई घोषणा के बाद यदि किसी राज्य के किसानों को सबसे ज्यादा फायदा होगा तो वो पंजाब के किसान हैं।
बताया जा रहा है कि पंजाब में पैदा होने वाले धान और गेहूं का 90 फीसदी हिस्सा सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीदा जाता है। ऐसे में हाल ही में एमएसपी को लेकर हुई घोषणा का सीधा असर यहां के किसान वोट बैंक पर दिखेगा। एमएसपी को लेकर सरकार के ऐलान का नफा उन्हीं इलाकों के किसानों को मिलने जा रहा है, जहां उनकी उपज सीधे सरकारी क्रय केंद्रों में जाती है।