'इसीलिए छोड़ी थी काशी के बदले बडोदरा सीट'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
वाराणसी : अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दो दिन के दौर पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बताया कि क्यों उन्होंने वाराणसी और वडोदरा से चुने जाने के बाद वाराणसी की सीट को ही अपने पास रखी और वडोदरा सीट छोड़ दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने वडोदरा और वाराणसी के बीच शुरू की गई महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के बाद कहा कि वडोदरा और वाराणसी दोनों ही स्थानों पर लोगों ने उन्हें लोकसभा चुनाव भारी मतों से जिताया था। जब एक सीट छोड़ने की बात आयी तो उन्होंने सोचा कि बड़ोदरा को आगे बढ़ाने के लिए वहां उनके बहुत से साथी हैं, लेकिन काशी के लिए अगर समय खपाते हैं तो शायद उनके जीवन को संतोष होगा। इसीलिए उन्होंने काशी की सेवा करने को चुना। आज खुशी है कि वडोदरा और बनारस को महामना एक्सप्रेस से जोड़ा जा रहा है। यह रेलगाड़ी बडोदरा से सूरत होते हुए बनारस पहुंचेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी गरीब अपने बच्चे को गरीबी की जिंदगी नहीं जीने देना चाहता है। मैंने गरीबी देखी है, मैं नहीं चाहता देश की आने वाली पीढ़ी गरीबी देखे। कोई गरीब अपनी संतानों को विरासत में गरीबी नहीं देना चाहता है। वह सम्मान के साथ जिंदगी देना चाहते है। हर गरीब का सपना होता है। भारत की सरकार भी देश की भावी पीढ़ी के लिए ऐसा ही सोचती है। पीएम मोदी ने कहा कि काशी में जलतप वाहिनी का भी उद्घाटन हुआ है। इससे लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि काशी की ट्रैफिक की समस्या दूर करने के लिए जलमार्ग का उपयोग करना चाहिए। इसे आर्थिक विकास से जोड़ा जा सकता है।