हार गई मोदी-शाह-जेटली की तिकड़ी : अरुण शौरी
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : बिहार में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार के बाद नरेंद्र मोदी और अमित शाह के विरोधियों ने हमले तेज कर दिए हैं। हाल ही में मोदी सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने वाले पूर्व भाजपा नेता, केंद्रीय मंत्री और दिग्गज पत्रकार अरुण शौरी ने बिहार में हार पर कहा कि यह नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अरुण जेटली की तिकड़ी की हार है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण शौरी ने रविवार को एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि बिहार चुनावों में हार के लिए नरेंद्र मोदी, अमित शाह और अरूण जेटली को निश्चित रूप से जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। शौरी यहीं नहीं रुके, उन्होंने बिहार की हार को भाजपा के चेहरे पर जनता का करारा तमाचा बताया। वो काफी समय से कहते आ रहे हैं कि पार्टी में अहंकार आ चुका है और ये हार उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि पार्टी की लगातार दूसरी हार (दिल्ली और बिहार) से पार्टी में नेतृत्व के खिलाफ शांत असहयोग आंदोलन अब और गहराएगा।
शौरी ने कहा कि पहले किए गए वायदों के पूरा न होने की वजह से मोदी केंद्रित अभियान में विश्वसनीयता की कमी थी और हार के लिए भाजपा की विभाजक नीतियां जिम्मेदार हैं। वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके शौरी (जो अब पार्टी के साथ नहीं हैं) ने शाह और जेटली पर मोदी के खिलाफ एक ऐसा घेरा बनाने का आरोप लगाया जिसकी वजह से विपक्षी दलों, जिनके हाथ में 69 प्रतिशत से अधिक वोट थे ने एकजुट होकर गठबंधन बनाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा महज 31 प्रतिशत मतों के साथ मोदी की लोकप्रियता की वजह से सत्ता में आई थी। यह पूछे जाने पर कि हार के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। शौरी ने कहा, यह मोदी, मुख्य रणनीतिकार (शाह) और जेटली हैं। उन्होंने कहा, पार्टी या सरकार में कोई चौथा व्यक्ति नहीं है। उनसे पूछा गया कि बिहार में पार्टी के प्रचार अभियान में क्या गलत हुआ, शौरी ने कहा, सब कुछ।
शौरी ने अपनी टिप्पणियों को पुष्ट करते हुए कहा- मोदी केंद्रित अभियान, विभाजक अभियान और पहले किए गए वायदों के पूरा न होने की वजह से अभियान में विश्वसनीयता की कमी। इस संदर्भ में उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मोदी के इस दावे का जिक्र किया कि यदि वह सत्ता में आए तो काला धन भारत वापस लाएंगे और हर किसी को 15 लाख रूपये मिलेंगे।
शौरी ने कहा कि और फिर बाद में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक जुमला था, इसलिए जब आप नए वायदे करेंगे तो लोग आपको गंभीरता से नहीं लेंगे। जानेमाने अर्थशास्त्री अरुण शौरी ने मोदी सरकार की आर्थिक नीति और विदेश नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली की आर्थिक नीतियां गड़बड़ हैं क्योंकि वो तो वकील हैं।
शौरी ने गलत विदेश नीति का उदाहरण बताया और कहा कि वहां भी बिहार में वोट पाने के लिए सब कुछ किया गया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को सिर्फ़ जीत दिखती है और उसके सिवा कुछ नहीं। शौरी ने पीएम मोदी को सबको साथ लेकर चलने की सलाह देते हुए कहा कि 'ख़ुदा ऐसी खुदाई न दे कि अपने सिवा कोई दिखाई न दे।'