लिंचिंग पर मोदी के मंत्री का बयान- जनता को डराने का प्रयास तो नहीं?
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली/ जयपुर: एक ओर न्यायपालिका भीड़तंत्र को लेकर सरकार को दिशा निर्देश जारी कर रही है दूसरी ओर सदन में जन प्रतिनिधि सरकार से सवाल कर रहें हैं, लेकिन इन सब से लगता है मोदी के मंत्रियों को कोई फर्क नहीं पड़ता। तभी तो अलवर में हुई ताजा मॉब लिंचिंग पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बड़ा ही गैर-जिम्मेदाराना बयान दिया है। उन्होंने एक तरह से भारतवासियों को डराया है। बयान दिया है कि जैसे-जैसे मोदी प्रसिद्धि पाएंगे ऐसा होता रहेगा।
राजस्थान के अलवर में एक बार फिर से भीड़ ने गो-तस्करी के शक में व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी है। जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में शुक्रवार को गो तस्करी के संदेह में हरियाणा के कोलगांव निवासी अकबर खान की हत्या कर दी गई है। मेघवाल ने कहा है, ‘वह इस घटना की निंदा करते हैं लेकिन यह सिर्फ अकेली घटना नहीं है। हमें इसके इतिहास में जाना होगा। यह क्यों हो रहा है? कौन इसे रोकेगा? 1984 का सिख दंगा इतिहास की सबसे बड़ी ‘मॉब लिंचिग’ थी।’ मंत्री यही नहीं रूके उन्होंने कहा, ‘जैसे-जैसे मोदी जी लोकप्रिय होते जायेंगे ऐसी घटनाएं बढ़ेंगी। बिहार में चुनाव के समय ‘अवार्ड वापसी’, यूपी चुनाव में ‘मॉब लिचिंग’ और 2019 में कुछ और होगा। मोदी जी ने योजनाएं दी और उसका असर दिख रहा है। ये उसका एक रिएक्शन है।’
हालिया अलवर लिंचिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा है, ‘इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। ऐसी कोई गांरटी नहीं है कि हमने मृत्युदंड का कानून बनाया है तो कोई कल से मुत्युदंड का भागी नहीं बनेगा, कोई मर्डर होगा नहीं। लेकिन हम कड़े कानून बनाने की कोशिश कर रहे हैं।’ गुलाब चंद कटारिया अक्सर विवादित बयान देते रहते हैं। इसके पहले पिछले साल अप्रैल में अलवर में ही कथित गोरक्षकों की पिटाई से पशु व्यापारी पहलू खान की मौत हो गई थी।
उस समय राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने उन कथित गोरक्षकों का बचाव भी किया। उन्होंने कहा, ‘दोनों तरफ से गलती हुई है। लोग जानते हैं कि गो-तस्करी गैरकानूनी है फिर भी वह इसे करते हैं। गोभक्त तो सिर्फ ऐसे लोगों को रोकने की कोशिश करते हैं जो ऐसे अपराधों में लिप्त होते हैं।’ वैसे, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अभी की घटना की निंदा करते हुए ट्वीट कर दोषियों को कड़ी सजा देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अलवर में गो परिवहन से संबंधित वारदात में हुई नृशंस हत्या की मैं कड़े शब्दों में निंदा करती हूं।घटना के पीछे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट किया है, ‘गाय को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीने का अधिकार है और एक मुस्लिम को मारा जा सकता है, क्योंकि उनके ‘जीने’ का मौलिक अधिकार नहीं है। मोदी शासन के 4 साल- लिंच राज।’