भाजपा के हुए नरेश अग्रवाल, राज्यसभा टिकट कटने से थे नाराज
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (एसपी) के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। अपने बेटे और हरदोई से मौजूदा विधायक नितिन अग्रवाल के साथ उन्होंने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय पहुंचकर औपचारिक रूप से सदस्यता ग्रहण की है। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और प्रवक्ता संबित पात्रा की मौजूद थे। हाल ही में राज्यसभा के लिए जया बच्चन को तरजीह दिए जाने से नरेश पार्टी से नाराज चल रहे थे।
बता दें कि एसपी ने अग्रवाल के दावे को दरकिनार करते हुए उत्तर प्रदेश से जया बच्चन को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया था। यूपी में एसपी के 47 विधायक हैं और वह केवल एक उम्मीदवार को राज्यसभा में भेजने की स्थिति में है। माना जा रहा है कि चाचा शिवपाल को खुश करने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश ने अग्रवाल को टिकट नहीं दिया, क्योंकि वे शिवपाल को पसंद नहीं थे। शिवपाल मानते थे कि अग्रवाल शुरू से भाजपा की मानसिकता रखने वाले नेता हैं।
बीजेपी में शामिल होने के बाद नरेश अग्रवाल ने जया बच्चन से खुलकर नाराजगी जाहिर की। नरेश ने कहा, 'फिल्मों में काम करने वाली से मेरी हैसियत कर दी गई, उनके नाम पर हमारा टिकट काटा गया। मैंने इसको भी बहुत उचित नहीं समझा। मैं बीजेपी में कोई शर्त पर नहीं आया। कोई राज्यसभा टिकट की मांग नहीं है।'
सूत्रों के मुताबिक एसपी का टिकट कटने से नाराज अग्रवाल ने भाजपा की टॉप लीडरशिप से संपर्क साधा था और उनके पार्टी में शामिल होने को आलाकमान से हरी झंडी मिल गई। यूपी के हरदोई जिले के रहने वाले अग्रवाल 1980 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। बाद में वह कई अन्य दलों से होते हुए एसपी में पहुंचे थे। वर्ष 1997 में जब यूपी में कल्याण सिंह की सरकार को विश्वास मत हासिल करना था, तो नरेश अग्रवाल समेत कई कांग्रेस विधायकों ने लोकतांत्रिक कांग्रेस नाम से नई पार्टी बनाई थी।