चिदंबरम बोले, वक्त गैर गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी इस वक्त हतोत्साहित है और संगठन में बदलाव की फौरन जरूरत है। एक निजी टीवी चैनल एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में पूर्व वित्त मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस का मनोबल गिरा हुआ है और नए नेतृत्व को फौरन इस पर काम करना चाहिए। चिंदबरम ने यहां तक कहा कि कोई गैर-गांधी भी भविष्य में कांग्रेस का अध्यक्ष बन सकता है।
उन्होंने कहा, 'जब तक सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष हैं, वह सबसे महत्वपूर्ण हैं। भविष्य में कोई गैर-गांधी भी पार्टी का अध्यक्ष बन सकता है। कांग्रेस संगठन में बदलाव तो बहुत लंबे समय से जरूरी है और यह जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए।' हालांकि, चिदंबरम ने साथ ही यह भी कहा कि सोनिया गांधी कांग्रेस में सबसे ज्यादा स्वीकार्य नेता हैं और युवाओं के बीच यही स्थिति राहुल गांधी की है।
चिदंबरम ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कांग्रेस के शर्मिन्दा होने की बात कही थी। चिदंबरम ने कहा, कांग्रेस नाम के खुलासे से कतई शर्मिन्दा नहीं होगी क्योंकि नेताओं का यह निजी अपराध होगा। इससे पार्टी का काई रिश्ता नहीं होगा। इस अपराध को पार्टी के खाते में कतई नहीं डाला जा सकता है। चिदंबरम ने आगे कहा कि कालाधन पर सरकार पहले से काम कर रही है। मेरे कार्यकाल के दौरान भी बैंकों में भारतीय खाताधारकों के नाम सुप्रीम कोर्ट को सौंपे गए थे लेकिन हमने इतना हो हल्ला नहीं किया था जितना भाजपा कर रही है। हालांकि दोनों यूपीए सरकार और अब मोदी सरकार ने इन नामों को सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया। दोनों ने ही दोहरे कराधान से बचाव के लिए हुए समझौते के उल्लंघन का हवाला दे रही है।
इस ब्लैक लिस्ट में किसका-किसका नाम है इसकी जानकारी मुझे नहीं है। मैंने ना तो नाम मांगे थे और ना ही उन्होंने मुझे दिखाये इसलिए सूची में किनके नाम हैं, मै नहीं जानता। चिदंबरम ने जेटली के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि जेटली का बयान ब्लैक मनी से ब्लैक मेल की तरफ ले जाने वाला है। चुपचाप नाम जारी कीजिए। इस तरह धमकी देना ठीक नहीं है। चिदंबरम ने कहा कि भाजपा सरकार का आज वही रुख है, जो हमारा था। उन्होंने कहा, 'कानूनी दृष्टि से यही सही स्थिति भी है भाजपा सरकार ने उस वक्त हमारी कड़ी निंदा की थी अब उन्हें यह बात समझ में आ रही होगी।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संकेत दिए हैं कि हरियाणा में नई भाजपा सरकार सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ से जुड़े गुड़गांव के विवादित जमीन सौदों के मामलों की जांच करेगी। इससे पहले भाजपा के नेता अनिल विज भी यह बात कह चुके हैं। जेटली ने बताया कि पहली नजर में यह मामला संदिग्ध लगता है, जिसमें कोई बहुत कम पूंजी से शुरूआत करता है। उन्होंने बताया कि कुछ फायदे पहुंचाए जाते हैं और कुछ महीनों या साल में वह हजारों करोड़ की संपत्ति अर्जित कर लेता है। यह आम व्यवसाय जैसा मामला नहीं है, यह कुछ अलग है।