जस्टिस लोया पर फैसले की प्रति को लेकर कानून मंत्री पर कांग्रेस ने उठाए सवाल
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली: जस्टिस बीएच लोया केस का फैसला सुनाए जाने के बाद कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग जोरो पर है। अब कांग्रेस ने कानून मंत्री के पास सबसे पहले पहुंची सर्वोच्च न्यायालय की प्रति को लेकर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि यह कौतूहल का विषय है कि न्यायाधीश लोया की मौत के मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की प्रति कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के पास पहले से ही थी, जबकि वकीलों या मीडिया के पास इसकी कोई प्रति नहीं थी और शीर्ष अदालत की वेबसाइट भी खराब हो गई थी।
दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर इस नए विवाद को हवा दी। उन्होंने कहा- सचमुच कौतूहल का विषय है। कानून मंत्री के पास सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की प्रति कैसे आई, जबकि न तो प्रेस को प्रति मिली थी न ही अधिवक्ताओं को? और सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाई भी हैक कर ली गई थी। पादर्शिता और निष्पक्षता के लिए इतना!
Intriguing indeed!
How does the Law Min, Ravi Shankar Prasad have a copy of Supreme Court judgement in #JudgeLoya case, when neither the public nor the press or advocates have got a copy yet?
And the Supreme Court web site is hacked.So much for transparency & fairness!
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 19, 2018
कांग्रेस नेता ने ये विचार प्रसाद की प्रेसवार्ता के संदर्भ में कही। प्रेसवार्ता में उन्होंने उच्चतम न्यायालय के फैसले को पढक़र विस्तार से उसके बारे में चर्चा की थी। दरअसल, शीर्ष अदालत ने गुरुवार को न्यायाधीश लोया की मौत की जांच एसआईटी से करवाने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया। तभी से दोनों राजनैतिक दल अपने अपने तर्कों के साथ एक दूसरे को पटखनी देने में जुट गए हैं। चूंकि सुनवाई के वक्त सर्वोच्च न्यायालय की पीठ ने याचिका को राजनीति से प्रेरित बताया था इसलिए फैसला आने के साथ ही भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनसी मांफी मांगी थी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इशारों में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पर निशाना साधा। गांधी ने एक ट्वीट में कहा, ”भारतीय बहुत बुद्धिमान हैं। ज्यादातर भारतीय, जिनमें से कई भाजपा में भी हैं, अमित शाह का सच समझते हैं। उनके जैसे लोगों को पकड़ने का सच का अपना तरीका होता है।”
Indians are deeply intelligent. Most Indians, including those in the BJP, instinctively understand the truth about Mr Amit Shah. The truth has its own way of catching up with people like him.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 19, 2018
इससे पहले विपक्ष ने सीधे तौर पर फैसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इस फैसले को निराश करने वाला करार दिया। वहीं सत्ता पक्ष ने PIL को पॉलिटिकल इंटरेस्ट लिटिगेशन का नाम दिया था और फैसले को कांग्रेस के लिए फटकार बताया था।