रविशंकर ने कहा- मुस्लिमों को हम देते हैं समुचित सम्मान, ओवैसी बोले- आपने नहीं संविधान ने दिया अधिकार
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि मुसलमान भाजपा को वोट नहीं देते हैं, लेकिन सरकार ने उन्हें ‘समुचित सम्मान’ दिया है। अब उनके इसी बयान पर विपक्ष बिफर गया है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा है कि ये सम्मान उन्हें देश का संविधान देता है कोई पार्टी नहीं।
दरअसल, प्रसाद ने ‘माइंड माइन सम्मेलन’ में कहा था- हमारे 13 मुख्यमंत्री हैं। हम देश का शासन चला रहे हैं। क्या हमने उद्योग या सेवा क्षेत्र में काम कर रहे किसी मुसलमान को परेशान किया है? हमने उन्हें बर्खास्त किया है? हमें मुसलमानों के वोट नहीं मिलते हैं। मैं स्पष्ट रूप से इसे स्वीकार करता हूं, लेकिन हमने उन्हें पूरा सम्मान दिया है या नहीं?
प्रसाद संस्कृति और विविधता पर विकास के प्रभाव के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। प्रसाद ने कहा, ‘हम भारत की विविधता और संस्कृति को नमन करते हैं। इसे देखने के दो तरीके हैं। आज मैं स्पष्ट बोलूंगा। हमारे खिलाफ लंबे वक्त से अभियान चल रहा है, लेकिन हम भारत की जनता के आशीर्वाद से यहां हैं।’ हाल में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में प्रभावी जीत दर्ज की है। पार्टी ने गोवा और मणिपुर में भी सरकार बनाई। मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस को सिर्फ पंजाब में स्पष्ट बहुमत मिला।
प्रसाद ने कहा कि बतौर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री उन्होंने कई मुसलमान बहुल गांवों का दौरा किया है। प्रसाद के मुताबिक, यहां मुस्लिम युवक सामुदायिक सेवा केंद्र चला रहे हैं, जो लोगों को इंटरनेट के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में मदद करते हैं। प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जलपाई गुड़ी के चाय बगान में काम करने वाले मुस्लिम कर्मचारी करीमुल हक को उसके योगदान के लिए चुने जाने का जिक्र किया।
प्रसाद ने कहा, हक ने अपनी मोटरसाइकल को एंबुलेंस में बदल लिया है और बीमारों को अस्पताल ले जाते हैं। इस तरह उन्होंने करीब 2000 लोगों की जिंदगी बचाई है। प्रसाद ने कहा, ‘हमने कभी भी हक का धर्म नहीं देखा, न ही यह देखा कि उसने हमारे लिए वोट दिया था या नहीं। यदि कुछ अवांछित बातें होती हैं तो प्रधानमंत्री उस समस्या को सुलझाते हैं, मुख्यमंत्री इन दिक्कतों को दूर करते हैं।'
वहीं, यूपी के सीएम पर बोलते हुए प्रसाद ने कहा, 'योगी (आदित्यनाथ) लोकप्रिय नेता हैं। आप सुशासन और विकास पर उनका रुख देख रहे हें।’ मंत्री ने कहा कि उन्हें मोदी के खिलाफ ‘घृणा’ फैलाने वाले वामपंथियों और पत्रकारों के साथ कुछ दिक्कत है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘हमें अपने कुछ मित्रों के साथ दिक्कत है। ज्यादातर, वामपंथी मित्रों और पत्रकारों के साथ जो नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत फैलाते हैं। उन्हें शुभकामनाएं।’
इसी बयान के जवाब में ओवैसी ने शनिवार को कहा कि- कहते हैं हमने उन्हें सम्मान दिया। ये हम कौन है? देश का संविधान ही हमारी सुरक्षा और सम्मान का हक देता है, कोई और नहीं। ओवैसी के अलावा कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी पार्टी को वोट नहीं मिलता है तो उसे समस्या को समझने का प्रयास करना चाहिए। उन्हें सोचना चाहिए कि आखिर समाज का एक तबका उन्हें क्यों नजरअंदाज कर रहा है। भला इसमें समुचित सम्मान की बात कहां आती है?