PM ने बिहार को दिया करीब 4000 करोड़ का दिवाली गिफ्ट!
सत्ता विमर्श ब्यूरो
पटना/मोकामा: आखिरकार बिहार को केन्द्र के साथ गढ़े नए रिश्ते का तोहफा मिल ही गया। पटना विवि को केन्द्रीय दर्जा दिए जाने की मांग को चतुराई से ठुकराते हुए मोकामा पहुंचे पीएम ने करीब 4 हजार करोड़ रुपए की योजनाओं का दिवाली गिफ्ट प्रदेश को दिया। मोकामा में प्रधानमंत्री ने 3769 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने यहां नेशनल हाईवे से जुड़े 3031 करोड़ रुपये के 4 परियोजनओं और 738.04 करोड़ रुपये के तीन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने बिहार की जनता को आश्वासन दिया कि राज्य और केंद्र सरकार सूबे के विकास के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग और सीवरेज परियोजनाएं
पीएम मोदी ने जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया उनमें चार सीवरेज परियोजनाएं और चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना शामिल हैं। मोकामा में पीएम केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 के औंटा-सिमरिया पथ को चार लेन किये जाने, छह लेन वाले गंगा सेतु के निर्माण और बख्तियारपुर-मोकामा पथ को चौड़ा कर चार लेन बनाने सहित चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया। इस मौके पर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी उपस्थित रहे।
केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के अनुसार चार सीवरेज परियोजनाओं पर 738 करोड़ रुपये की लागत आयेगी। यह परियोजनाएं बेऊर, सैदपुर, करमालीचक में लगेंगी। इनके जरिये 120 एमएलडी (10 लाख लीटर प्रतिदिन) क्षमता के नये सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 20 एमएलडी क्षमता के पुराने एसटीपी में सुधार का काम किया जायेगा। साथ ही 234.84 किलोमीटर लंबा सीवर नेटवर्क भी बिछाया जायेगा।
नीतीश कुमार की तारीफ
कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए प्रधानमंत्री ने अपने कहा कि मैं नीतीश कुमार और उनकी पूरी टीम को तहे दिल से बधाई देता हूं कि केंद्र सरकार की सभी योजनाओं में सहयोग किया गया केंद्र सरकार और राज्य सरकार बिहार के सपने को पूरा करने के लिए जी जान से जुटी है। इस क्षेत्र के विकास के लिए मैं नीतीश जी की भावना का आदर करता हूं। मैं विश्वास दिलाता हूं, कि उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर केंद्र सरकार काम करेगी।
दिनकर के बहाने विरोधियों पर तंज
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि आज मुझे मोकामा की धरती पर आने का सौभाग्य मिला है। नितिन गडकरी जी डिजाइन दिखा रहे थे। इस प्रकार का ब्रिज पूरे बिहार के लिए आकर्षण का केंद्र बेगूसराय को यह ब्रिज पटना से जोड़ेगा। आज मैं उस धरती पर आया हूं। जहां से कुछ दूरी पर शिक्षा का वह केंद्र है, जहां दिनकर जी का बाल्यकाल बिता है। गांव हो, किसान हो, मजदूर हो उसके प्रति भाव जगाने की प्रेरणा दिनकर जी से मिली। अंध श्रद्धा के खिलाफ उन्होंने लिखा था, देवता मिलेंगे खेतों में खलिहानों में आज भी कुछ विकृत मानसिकता के लोग विकास को पसंद नहीं करते हैं। वह कहते हैं कि रोड बनाकर क्या होगा। गरीबों को गाड़ी कहां होती है। रोड तो कारवालों के लिए है। लेकिन उन्हें नहीं पता है कि वे सड़के ही होती हैं जो समृद्धि को गांवों तक खींचकर लाती हैं।
'गंगा को बचाना जरूरी'
गंगा नदी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि गंगा हम सबके जीवन से जुड़ा हुआ है। मां गंगा नहीं होती, तो हमारी क्या स्थिति होती। गंगा को बचाना हमारा भावी पीढ़ी को बचाना है। गंगा को बचायेंगे, तो जीवन बचेगा। वहीं गरीबों को उन्होंने कहा कि आप सभी प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना का लाभ उठाईये, भारत सरकार और राज्य सरकार मिलकर मुफ्त में कनेक्शन देगी। पहले पैसे लेकर बिजली का कनेक्शन दिया जायेगा। तीस हजार मांगे जाते थे। लोग बिजली नहीं लेते थे।अब हिंदुस्तान का कोई भी परिवार 18 वीं शताब्दी में नहीं जियेगा। सभी काम सरकार करेगी तार और खंभे लगाने का काम सरकार करेगी।
स्वच्छता का संकल्प
पीएम मोदी ने आगे कहा कि यह सरकार की विशेषता है कि अब तीन साल के बाद हमारी आलोचना करने वालों को इस बात को स्वीकार करना पड़ रहा है। पहले सरकारों की आदत होती थी चुनाव को देखते हुए योजनाओं की घोषणा करना। हमारी सरकार योजनाओं का साथ-साथ रोड मैप भी तैयार करती है और जी जान से जुटकर संसाधन इक्ठ्ठा करती है। देश में तीन करोड़ से ज्यादा परिवारों को गैस का कनेक्शन पहुंच गया है। मेरी गरीब मां बहनों की तबीयत खराब होती है। शौचालय बनाने में कोई लापरवाही ना करें। देश के अस्सी प्रतिशत लोग शौचालय से जुड़े हैं। मैं बिहार वासियों से आग्रह करूंगा कि आप अपने गांव की जिम्मेवारी लीजिए और गांव के खुले में शौच से मुक्त करें। अपने जिले को खुले में शौच से मुक्त करें। देश में स्वच्छता बिना सामाजिक सहयोग के नहीं होगी, इसलिए सभी लोग इसके लिए आगे आएं। अंत में उन्होंने भारत माता की जय कहकर संबोधन को समाप्त किया।