युवराज के भाषण से खुश हुए पीएम मोदी, कहा- बोलना सीख रहें हैं
सत्ता विमर्श ब्यूरो
वाराणसी: अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के भाषण की बखिया उधेड़ी। उन्होंने राहुल को एक ऐसा युवा नेता बताया जो अभी बोलना सीख रहा है। मोदी ने कहा कि जब से राहुल ने बोलना सीखा है तब से उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। गौरतलब है कि, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने मेहसाणा रैली में पीएम पर कॉरपोरेट के साथ संबंधों का खुलासा करते हुए रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। इससे पहले वो मीडिया के सामने कई बार बोल चुके थे कि मोदी के खिलाफ अगर वो कुछ बोले तो भूकम्प आ जायेगा। मोदी इसी भूकम्प की बात कर रहे थे।
8 नवंबर को नोटबंदी का ऐलान करने के बाद मोदी पहली बार वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने डिजिटल होने के गुण बताने के साथ ही कांग्रेस को निशाने पर लिया। उन्होंने राहुल के भूकम्प वाले बयान की भी खिल्ली उड़ाई। उन्होंने कहा कि अच्छा हुआ वह बोले, अगर वह नहीं बोलते तो बड़ा भूकंप आ जाता।
राहुल को पैकेट बताया
महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर की आधारशिला रखे जाने वाले कार्यक्रम के दौरान मोदी ने कहा, 'उनके (कांग्रेस) एक युवा नेता हैं। वह भाषण देना सीख रहे हैं। जब से उन्होंने बोलना सीखा है, बोलना शुरू किया है, मेरी खुशी का ठिकाना नहीं है। 2009 में पता ही नहीं चलता था कि इस पैकेट के अंदर क्या है। अब पता चल रहा है कि क्या है।' राहुल के भूकंप वाले बयान पर मोदी ने कहा, 'अच्छा हुआ वह कुछ तो बोले। ना बोलते तो बड़ा भूकंप आ जाता। इतना बड़ा भूकंप की देश 10 साल तक उससे उबर नहीं पाता।'
'50 फीसदी गरीब कांग्रेस की देन'
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, 'पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह 1971-72 से लगभग हमेशा देश की अर्थव्यवस्था की कोर टीम में रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस देश में 50 प्रतिशत लोग गरीब हों, वहां इस तरह की टेक्नॉलजी कैसे हो सकती है। अब आप मुझे बताइए कि वह अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहे हैं या मेरा। ये 50 प्रतिशत गरीबी की किसकी विरासत झेल रहा हूं मैं।' चिदंबरम पर हमला करते हुए मोदी ने कहा, 'चिदंबरम जी ने कहा कि हमारे देश में 50 प्रतिशत गांवों में अभी भी बिजली नहीं है तो कैशलेस कैसे करोगे। अब बताइए यह किसकी देन है। क्या मैंने आकर खंभे उखाड़ दिए।'
विपक्ष को भी लिया आड़े हाथों
नोटबंदी का विरोध कर रहे नेताओं और पार्टियों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, 'कुछ लोग कहते हैं कि मोदी ने इतना बड़ा फैसला (नोटबंदी) ले लिया, लेकिन उनको अनुमान नहीं था। यह बात सही है कि इस फैसले को लागू करने से पहले मैंने बहुत सी बातें सोची थीं, बहुत सी चीजों का अनुमान किया था, लेकिन मैं एक चीज का अनुमान नहीं कर पाया था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि देश के कुछ नेता और राजनीतिक दल हिम्मत के साथ बेईमानों के पक्ष में खड़े हो जाएंगे। आपको पता है कि पाकिस्तान घुसैपठियों को भारत में भेजने के लिए सीमा पर फायरिंग शुरू कर देता है। इससे सुरक्षाबलों का ध्यान भटक जाता है और आतंकी लपक कर घुस जाते हैं। इन दिनों संसद में आपने देखा होगा, तू-तू, मैं-मैं होती है। इससे ध्यान भटकाया जाता है। बेईमानों को बचाने के लिए, उन्हें रास्ता दिखाने के लिए तरह-तरह की तरकीब अपनाई जा रही है।'