PM मोदी ने की मन की बात, जीएसटी को बताया अखंडता की जीत और ईमानदारी का उत्सव
सत्ता विमर्श ब्यूरो
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली यानी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अखंडता की जीत, ईमानदारी का उत्सव और सहकारी संघवाद का प्रतीक है। सूचना प्रौद्योगिकी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में इंस्पेक्टर राज समाप्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 45वें संस्करण में एक राष्ट्र, एक कर सुधार को सफलतापूर्वक लागू करने का श्रेय राज्यों को दिया और कहा कि जीएसटी की 27 बैठकों में अलग-अलग विचारधाराओं के लोगों ने हिस्सा लिया, लेकिन फैसले सर्वसम्मति से लिए गए। मोदी ने अपने संबोधन में विपक्ष पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा और कहा कि वीडियो ब्रिज कार्यक्रम के जरिए लोगों की जिंदगी में बदलाव को देखकर उन्हें सबसे ज्यादा संतुष्टि होती है। उन्होंने कहा, समाज में कुछ लोगों को तब तक तसल्ली नहीं मिलती है जब तक वे अपनी भड़ास नहीं निकाल लेते हैं और वे अपनी हताशा लोगों को जोड़ने नहीं, बल्कि तोड़ने के लिए जाहिर करते हैं।
मोदी ने देश के औद्योगिक विकास का श्रेय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दिया और कहा कि भारत के प्रथम उद्योग मंत्री के रूप में उन्होंने देश में औद्योगिक विकास की नींव रखी। मोदी ने संत कबीर और गुरुनानक का भी नाम लिया और कहा कि उन्होंने समाज को सौहार्द्र और भाईचारा का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि 2019 में गुरुनानक का 550वां प्रकाश पर्व यानी जयंती मनाई जाएगी। मोदी ने उनके अनुयायियों से इस उत्सव को मनाने के तरीके पर विचार करने को कहा।
उन्होंने 1919 में जालियांवाला बाग में स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा दी गई शहादत को याद किया और कहा कि इस घटना से हमें सीख लेनी चाहिए कि हिंसा और क्रूरता से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। शांति और अहिंसा, त्याग और बलिदान की ही आखिर में जीत होती है। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता था कि भारत जैसे विशाल देश में दुनिया के सबसे बड़े कर सुधार को लागू करने में पांच-सात साल लगेंगे, मगर यह काम सिर्फ एक साल में हो गया। उन्होंने कहा कि जीएसटी शासन के तहत, सूचना प्रौद्योगिकी ने इंस्पेक्टर राज की जगह ले ली, क्योंकि रिटर्न से लेकर रिफंड तक सारा काम मुख्य रूप से ऑनलाइन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, हालांकि, एक साल के भीतर इस देश के ईमानदार लोगों के उत्साह के परिणामस्वरूप यह नई कर प्रणाली स्थिरता प्राप्त कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में इस तरह के एक बड़े कर सुधार का सफल कार्यान्वयन केवल इसलिए संभव हो पाया, क्योंकि नागरिकों ने इसे अपनाया और लोगों ने इसे बढ़ावा दिया। यह एक बड़ी सफलता है, जिसे 125 करोड़ भारतीयों ने खुद के लिए अर्जित की है। मोदी ने एक जुलाई को होने वाले चिकित्सक दिवस की शुभकामनाएं दीं और कॉरपोरेट पेशेवरों और बेंगलुरू के आईटी पेशेवरों द्वारा समृद्धि ट्रस्ट बनाने के प्रयासों को याद किया। प्रधानमंत्री ने 21 जून को आयोजित अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का जिक्र किया और कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा लोग योगाभ्यास करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान कुछ दुर्लभ नजारे देखने को मिले, जिनमें ब्रसेल्स की संसद, न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय और जापानी नौसेना की जंगी जहाजों पर सैकड़ों लोग योगासन करते दिखे। उन्होंने कहा कि देश के सैनिकों ने पनडुबियों, बर्फ जमी पर्वतों और यहां तक कि धरती से 15,000 फुट ऊपर हवा में योग किए।