देश के अंदर पहली बार किसी मस्जिद में PM मोदी ने रखा कदम, साथ दिया शिंजो आबे ने
सत्ता विमर्श ब्यूरो
अहमदाबाद : जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे बुधवार को भारत दौरे पर सीधे गुजरात के अहमदाबाद पहुंच रहे हैं। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान शिंजो आज यहां की सबसे पहले साबरमती आश्रम गए और फिर मशहूर सीदी सैयद मस्जिद। प्रधानमंत्री मोदी और शिंजो आबे के दौरे को लेकर मस्जिद को शानदार तरीके से सजाया गया था। 16वीं शताब्दी में बनी सीदी सैयद मस्जिद जालीदार नक्काशी के लिए मशहूर है। इस मस्जिद को हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल के तौर पर माना जाता है। उनके साथ खुद प्रधानमंत्री मोदी एक गाइड की भूमिका में थे। इस मस्जिद को सीदी सैयद की जाली के नाम से जाना जाता है और ये पहला मौका था जब पीएम मोदी देश की किसी मस्जिद में गए। इससे पहले पीएम मोदी 2015 में जब यूएई के दौर पर गए थे तो वहां वह अबु धाबी की मशहूर शेख जायद मस्जिद में अबु धाबी के सुलतान के साथ घूमे थे। तब मोदी की वो तस्वीर पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी थी।
दिलचस्प है सीदी सैयद मस्जिद का इतिहास
सीदी सैयद मस्जिद का निर्माण 1572 में सुल्तान शमसुद्दीन मुजफ्फर शाह के शासनकाल में इथियोपिया के हब्शी सीदी सैयद ने करवाया था। मुजफ्फर शाह गुजरात सल्तनत के आखिरी सुल्तान थे। वैसे यह मस्जिद पूरी तरह बनकर 1573 में तैयार हुआ, जब मुगल बादशाह अकबर ने गुजरात पर कब्जा कर लिया था। विश्व धरोहरों में शामिल इस मस्जिद की जाली के डिजाइन दुनिया भर में मशहूर हैं। ये मस्जिद अहमदाबाद की शान और पहचान रही है। इस मस्जिद में जालीदार नक्काशी का खूब काम हुआ है, इसीलिए इसे सीदी सैयद की जाली भी कहते हैं। इस मस्जिद की खास बात यह है कि शाम के वक्त जब ढलते सूरज की किरणें मस्जिद की जाली से निकलती हैं, तो वो नजारा अद्भुत होता है। यही वजह रही कि पीएम मोदी और शिंजो आबे के लिए खासतौर पर इस वक्त फोटो सेशन का कार्यक्रम रखा गया था।
शिंजो आबे सालाना भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आज अहमदाबाद पहुंचे हैं। यह बैठक प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात की राजधानी गांधीनगर में गुरुवार को होगी। पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, पीएम आबे और मैं 13 तथा 14 सितंबर को कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इन कार्यक्रमों का मकसद भारत-जापान संबंधों को और आगे बढ़ाना है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा कि दोनों नेता अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली हाईस्पीड ट्रेन परियोजना की शुरुआत के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस ट्रेन से दोनों शहरों के बीच यात्रा में लगने वाले समय में खासी कमी आएगी।
इससे पहले शिंजो आबे के लिए बुधवार शाम अहमदाबाद में एक स्वागत समारोह आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न प्रस्तुतियों के जरिए भारत की सांस्कृतिक विविधताओं को प्रदर्शित किया गया। दोनों प्रधानमंत्री साबरमती आश्रम पहुंचे। इस आश्रम की स्थापना महात्मा गांधी ने साबरमती नदी के किनारे की थी। इसके बाद दोनों अहमदाबाद की 16वीं शताब्दी में बनी प्रसिद्ध मस्जिद सीदी सैयद की जाली गए। दोनों नेता महात्मा मंदिर में बनी दांडी कुटीर भी गए जो महात्मा गांधी को समर्पित संग्रहालय है।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि वह प्रधानमंत्री शिंजो आबे का स्वागत करने को उत्सुक हैं। वह गुजरात में उनकी अगवानी करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अंग्रेजी के अलावा जापानी भाषा में भी ट्वीट किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जापान के साथ अपने संबंधों को काफी महत्व देता है तथा हम विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्तों को और आगे बढ़ाने के लिए आशान्वित हैं। narendramodi.in पर एक बयान में कहा गया है कि दोनों नेता विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के ढांचे में भारत और जापान के बीच बहुआयामी सहयोग में हालिया प्रगति की समीक्षा करेंगे।