'...तो मोदी के बाप भी बहुमत नहीं दिला पाते'
सत्ता विमर्श ब्यूरो
मुंबई : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले शिवसेना के मुखपत्र 'दोपहर का सामना' ने नरेंद्र मोदी और भाजपा पर 'मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं' का आरोप लगाया है। अखबार के संपादक प्रेम शुक्ला ने एक आलेख में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि शिवसेना ने भाजपा की स्टाइल में ही लोकसभा चुनावों से पहले दांव मारा होता तो मोदी के बाप दामोदरदास भी भाजपा को पूर्ण बहुमत नहीं दिला पाते। 'दोपहर का सामना' के संपादक प्रेम शुक्ला ने अखबार में छपे आलेख को सही ठहराते हुए कहा कि भाजपा शिवसेना पर लगातार हमले करती रही है, ऐसे में हमने अगर एक छोटी सी कहावत कह दी तो इस पर हल्ला मचाने की क्या जरूरत है।
अखबार के मुताबिक, 'अब मतलब निकल गया तो पहचानते भी नहीं, इसलिए भाजपा का ढोंग सामने लाना हमारा कर्तव्य है। जो मोदी प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी घोषित होने पर आडवाणी के विरोध के चलते शिवसेना के समर्थन के संकेत में गुलदस्ता लिए घंटे भर इंतजार करते रहे थे, वही मोदी मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं वाले मोड में आ गए। जिन शिवसेना प्रमुख की नकल के बलबूते नमो का सियासी उदय हुआ, उसी शिवसेना के खात्मे की योजना बनाने लगे। पहला संकेत मंत्रिमंडल के गठन में दे दिया गया।'
प्रेम शुक्ला ने 'शर्मिंदा है बीती सदियां, देख इरादा नई सदी का!' शीर्षक के साथ लेख में भाजपा पर बेईमानी और मौकापरस्ती का अरोप लगाया है। शुक्ला ने लिखा है, 'शिवसेना और भाजपा का गठबंधन क्यों टूटा? इस सवाल का सटीक जवाब भाजपा के चोटी के किसी नेता के पास नहीं है। जिन गोपीनाथ मुंडे की दुहाई नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र आकर दे रहे हैं उनका वचन भंग करने का काम भी नमो टीम ने ही किया है।' अखबार ने अपने आलेख में आगे लिखा है, 'विधानसभा चुनावों में भी शिवसेना-भाजपा दोनों के हिस्से समान सीटें होनी चाहिए थीं। अब केंद्र में मोदी सरकार थी। उनके अच्छे दिन आ गए थे।
प्रेम शुक्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने प्रहार को और तीखा करते हुए आगे लिखा, 'मोदी को अकेले भाजपा के नाम पर जनादेश तो मिला नहीं था। भाजपा को यदि शिवसेना ने उसी की स्टाइल में ही लोकसभा चुनावों के पहले दांव मारा होता तो मोदी के बाप दामोदरदास भी भाजपा को 2014 में पूर्ण बहुमत नहीं दिला पाते।'
'सामाना' में भाजपा पर आरोपों की झड़ी यहीं नहीं रुकी। भाजपा पर मीडिया में खबरें लीक करने का आरोप लगाया गया और शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को न्योता भेजने पर भी नाराजगी जाहिर की गई है। अखबार ने आगे लिखा कि नमो टीम संघ के अनुषांगिक संगठनों को सेवा दल और पार्टी नेताओं को नमो-नमो जपकर ही जीने के लिए मजबूर कर रहा है। नमो ने शिवसेना के साथ भी दबंगई दिखाने की कोशिश की है।
सामना के लेख में भाजपा को दुश्मन नंबर वन बताया गया है। इसमें कहा गया है कि कांग्रेस और एनसीपी तो मरे हुए सांप हैं। यदि कोई इस मैदान में उनका दुश्मन है तो वह है भाजपा। उन्होंने सत्ता के लोभ में 25 साल का गंठबंधन तोड़ दिया। सत्ता के लोभ में भाजपा बह गई है। भाजपा ने महाराष्ट्र चुनाव में शिवसेना को हराने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका पूरा मंत्रिमंडल इस काम में लग गया है।